जयपुर। राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता युनूस खान (Yunus Khan) ने टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। युनूस खान ने शनिवार को अपने समर्थकों के साथ रैली निकाल कर सभा की। इस दौरान यूनुस खान ने बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया। साथ ही उन्होंने कहा कि वो सोमवार को डीडवाना विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करेंगे।
डिडवाना में हुई सभा के दौरान युनूस खान ने कहा कि बीजेपी अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी के सिद्धांतों वाली पार्टी नही रही। इस पार्टी में अब बहुत कुछ बदल चुका है। पार्टी में कुछ ऐसे लोग हावी हो गए हैं, जिनका बीजेपी की विचारधारा, सिद्धांत व सोच से कोई लेना-देना नहीं है। वे ऐसी विचारधारा और ऐसे लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं, जो कुछ समय पहले तक भाजपा का ही विरोध करते रहे हैं।
यूनुस खान ने बीजेपी पर उनकी 5 साल तक उपेक्षा व अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने चार बार डीडवाना से पार्टी के आदेश पर चुनाव लड़ा और 5वीं बार भी मैं डीडवाना से ही चुनाव लड़ना चाहता हूं। जब पार्टी ने मुझे टोंक भेजा तो मैंने सचिन पायलट के सामने चुनाव लड़ना कबूल किया था। लेकिन, मुझे हार का सामना करना पड़ा। तभी से पार्टी में मेरी लगातार अनदेखी की जा रही है और मेरा अपमान भी किया जा रहा है। मुझे ना ही पार्टी के कार्यक्रम में बुलाया जाता और ना ही सूचना दी जाती, जिसका मुझे हमेशा मलाल रहेगा।
पीएम मोदी और पूर्व सीएम राजे को कहा-थैंक्स
उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, केंद्रीय नेतृत्व व प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं कि इतने साल मुझे अपनी पार्टी में रखा। उन्होंने विशेष रूप से राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी आभार जताया। यूनुस खान ने कहा कि उस पार्टी को बहुत भारी मन से आज मुझे छोड़ने का ऐलान करना पड़ा, क्योंकि यहां की स्थानीय जनता जो कि पिछले 25 साल से भाजपा के कार्यकर्ताओं के रूप में मेरे साथ खड़ी है, उसी जनता का मेरे ऊपर दबाव भी था और आग्रह भी था।
इस बार चुनाव जनता वर्सेस वर्तमान विधायक
उन्होंने कहा कि 6 नंवबर को डीडवाना विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल करेंगे। यूनुस ने कहा कि अब ये मेरा टिकट जनता का है। अब चुनाव जनता वर्सेस वर्तमान विधायक जो कांग्रेस से हैं, उनसे है। मुझे विश्वास है कि जो लोग कांग्रेस के कुशासन से अत्याचार और अन्याय से दुखी हैं, वो सभी आने वाली 25 तारीख को वोट देकर अपना विश्वास जताएंगे। उन्होंने कहा कि 1998 से एक ही परिवार ने डीडवाना पर कब्जा कर रखा है, उस कब्जे को छुड़ाने का काम करेंगे। यूनुस खान ने कहा कि मैं जनता का आभारी हूं और जनता ने जो फैसला किया है मैं उस फैसले पर जनता के साथ खड़ा हूं।
यूनुस खान ने क्यों लिया ऐसा फैसला?
आपको बता दें कि यूनुस खान बीजेपी के टिकट पर डीडवाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन, बीजेपी नेतृत्व ने यूनुस खान की जगह पूर्व प्रत्याशी रहे जितेंद्र सिंह जोधा को चुनावी रण में उतार दिया। ऐसे में टिकट नही मिलने से यूनुस खान पार्टी नेतृत्व से काफी खफा थे। इस कारण उन्होंने अब बागी तेवर अपनाते हुए बीजेपी छोड़ने और डीडवाना से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
ये खबर भी पढ़ें:-रिश्तों पर भारी सियासत! राजस्थान में 2 सीटों पर पति-पत्नी और जीजा-साली के बीच दिखेगा रोचक मुकाबला