जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गहलोत ने विभिन्न परिस्थितियों एवं घटनाओं में शव को लेकर धरने पर बैठने, रास्ता रोकने तथा कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने जैसे मामलों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पीड़ित परिवार को गुमराह किया जाता है तथा पुलिस व प्रशासन के प्रति भड़काने का कार्य किया जाता है। इससे क्षेत्र की कानून व्यवस्था बिगड़ने के साथ ही स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। गहलोत ने निर्देश दिए कि ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
कुख्यात अपराधियों पर इनामी राशि बढ़ाने के निर्देश
शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए गहलोत ने कहा कि कई मामलों में सामाजिक दबाव के कारण पीड़ित परिवार कोर्ट हॉस्टाइल हो जाते हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसी स्थितियों में वैज्ञानिक तरीकों से साक्ष्य जुटाकर कर आरोपियों को सजा दिलवाना सुनिश्चित करें। गहलोत ने कुख्यात अपराधियों पर इनामी राशि बढ़ाने तथा पुलिस की इंटेलिजेंस विंग को सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिए। गहलोत ने अधिकारियों को पुलिस व प्रशासन को चुनौती देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
पुलिस की सजगता से पकड़े नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपी
मुख्यमंत्री ने नासिर और जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने पर पुलिस की सजगता को सराहा। बैठक में पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस की टीम ने 7 राज्यों में तलाशी की तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। मीटिंग में मुख्य सचिव उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा, प्रमुख शासन सचिव गृह आनंद कुमार, एडीजी एसओजी-एटीएस अशोक राठौड़, एडीजी क्राइम दिनेश एमएन, एडीजी इंटेलिजेंस एस. सेंगथिर आदि मौजूद रहे।