भरतपुर। पुलिस द्वारा ऑनलाइन ठगी के मामले में बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही। गुरुवार को दो बदमाश कैथवाड़ा पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों के कब्जे से ठगी के 2 लाख रुपए बरामद किए है। एसआई प्रभु दयाल को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ठगी का काम करने वाले पहाड़ी क्षेत्र के मुंगस्का निवासी शाहरुख और साहिल ठगी कर मोटी रकम लेकर नगर की तरफ जा रहे हैं।
इस पर पुलिस ने दोनों बदमाशों को पकड़ने के लिए नाकाबंदी करवाई। पुलिस को देख दोनों बदमाश भागने लगे। लेकिन, पुलिस ने बदमाशों का पीछा कर दोनों को दबोच लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 लाख 10 हजार 370 रुपए और एक एंड्राइड मोबाइल बरामद किया है।
पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि यह राशि ठगी कर कमाई गई है। पुलिस ने मोबाइल को चैक किया तो पैसों के ट्रांजैक्शन, ओएलएक्स पर सस्ती दर पर वाहन बेचने के विज्ञापन व गूगल व अन्य पेमेंट ऐप के जरिए बैंक खातों में पैसे डलवाने की जानकारी मिली। पुलिस अब बदमाशों से अब तक की गई अन्य ठगी की वारदातों के बारे में भी पूछताछ करने में जुटी हुई है।
ठगों का अड्डा बना मेवात क्षेत्र
बता दें कि मेवात क्षेत्र में आए दिन ठगी की वारदातें होती रहती है। बदमाश कभी सस्ते में वाहन बेचने का लालच देकर लोगों से खाते में पैसा डलवा लेते हैं, तो कई बार लॉटरी निकलने या बैंक और मोबाइल सिम को बंद करने का झांसा देकर इनसे ओटीपी प्राप्त कर इनके खातों को खाली कर देते हैं। मेवात क्षेत्र में ठगों ने राजस्थान के अलावा महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित अन्य राज्यों के अधिकारियों तक को अपने झांसे में लेकर ठगी का शिकार बनाया है।
ठगी की सैंकड़ों एफआईआर थानों में दर्ज हैं । पुलिस ने ठगी की वारदातों से बचने के लिए जगह-जगह लोगों को जागरूक करने के लिये जागरूकता बोर्ड भी लगा रखे हैं, फिर भी लोग इनकी बातों में आ जाते हैं। भरतपुर जिले के मेवात इलाके के कामा, सीकरी, गोपालगढ़, गढ़ी बाजना और जुरहरा क्षेत्रों में अधिकांशत ठग गिरोह सक्रिय है।