Rajasthan : अफ्रीकी देश कांगो में राजस्थान के दो BSF जवान शहीद हो गए। वे संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन का हिस्सा थे और कांगो में तैनात थे। इनमें से एक का नाम सांलवाराम बिश्नोई बाड़मेर ( Barmer ) जिले के बांड गांव के रहने वाले थे। वहीं दूसरे जवान का शीशराम सीकर ( Sikar ) के रहने वाले थे। BSF ने बीते बुधवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी।
दरअसल दोनों जवान हिंसक सशस्त्र विरोध के दौरान शहीद हो गए। खबर के मुताबिक स्थानीय लोगों ने कांगो में मोनुस्को के खिलाफ विरोध- प्रदर्शन का ऐलान किया था। बीते मंगलवार को यह प्रदर्शन हिसंक हो गया था। जिसके बाद प्रदर्शन कारियों ने BSF जवानों पर हमला कर दिया था। इस हमले में राजस्थान के दो BSF जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा कई स्थानीय लोग भी मारे गए हैं। BSF ने अधिकारियों ने कहा कि दोनों BSF जवान प्रदर्शनकारियों की हिंसा का शिकार बने गए। 70 से 74 BSF जवानों की दो पलटन इस इलाके में तैनात थी।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जताया दुख
BSF जवानों की मौत पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ( S. Jayashankar ) ने ट्वीट कर कहा कि कांगो में दो बहादुर जवानों की शहादत पर गहरा दुख हुआ। वे संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा थे। इस आक्रोशपूर्ण हमलों के अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए औऱ उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिेए।
जानकारी के मुताबिक जवान सांवलाराम बिश्नोई ( Sanwalaram Bisnoi ) दो महीने पहले ही 15 दिनों की छुट्टी पर बाड़मेर ( Barmer ) में अपने गांव आए हुए थे। इसके बाद वे वापस कांगो चले गए। वे साल 1999 में BSF में भर्ती हुए थे। उनके दो बेटे भी हैं। सांवलाराम के शहीद होने की सूचना जब उनके परिवार वालों को दी गई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद परिवार में ही नहीं पूरे गांव में ही शोक की लहक दौ़ड़ गई।
दूसरी तरफ जवान शीशराम ( SheeshRam ) के परिजनों ने बताया कि हिसंक प्रदर्शन के दौरान वे पत्नी के साथ वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें प्रदर्शनकारियों की गोली लग गई। सांवलाराम की पत्नी एक सरकारी स्कूल में टीचर हैं। उनका एक बेटा ग्रेजुएशन कर रहा है औऱ बेटी ने हाल ही में MBBS किया है।