राज्यसभा से राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और कांग्रेस के मंत्री विश्वेंद्र सिंह की दोस्ती के चर्चे तो पूरे सियासत के गलियारों में होते रहते हैं। लेकिन अब इनकी दोस्ती में कुछ दरार पड़ने की सुगबुगाहट आ रही है। दरअसल ERCP को लेकर दोनों के अलग-अलग विचार इस दरार की जड़ है। ये सब तब हो रहा है, जब हाल ही में किरोड़ी लाल मीणा ने पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के आवास पर जाकर ERCP को लेकर की मुलाकात की थी।
आमने-सामने किरोड़ी और विश्वेंद्र
सासंद किरोड़ीलाल मीणा ने ईआरसीपी योजना को लेकर प्रदेश कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला। किरोड़ी ने कहा की इस परियोजना को लेकर कांग्रेस नाटक कर रही है और 13 जिलों की जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। किरोडी ने कहा की जब केंद्र सरकार यह मांग कर रही है की प्रदेश कांग्रेस सरकार 75 प्रतिशत वॉटर डीपेंडिबिलिटी और मध्यप्रदेश सरकार की सहमति भेज दे तो कांग्रेस क्यों नहीं भेज रही है। ये नाटक क्यों कर रही है। किरोड़ी ने आगे कहा कि मैं इस बात की गारंटी देता हूं कि प्रधानमंत्री इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेगें। अगर कांग्रेस नाटक करना बंद कर दें। लेकिन कांग्रेस को केवल राजनीति करनी है और आगामी चुनाव में वोट की फसल काटनी है।
कांग्रेस सरकार के समय पर भी NOC भेजने से हुआ था इनकार
किरोड़ी ने आगे कहा कि आपने मुख्यमंत्री को यह भी कहते हुए सुना होगा की हमें किसी सहमति की आवश्यक्ता नहीं है तो फिर पत्र क्यों लिखा गया। जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब भी सीएम कमलनाथ ने NOC भेजने के लिए मना कर दिया था।
किरोड़ी के आरोपों पर विश्वेंद्र की पलटवार
किरोड़ी के इन आरोपों के बीच प्रदेश कांग्रेस से मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है की इस योजना को वैश्विक योजना के रुप में लाया जाए। प्रदेश बीजेपी के 25 विधायक हैं लेकिन ताज्जुब की बात है कि एक ने भी इस योजना को लेकर प्रदेश के हित में कोई बात नहीं की।
विश्वेंद्र सिंह नें केंद्र सरकार पर इल्जाम लगाते हुए कहा की जोधपुर से जल संसाधन मंत्री हैं, लेकिन क्योंकी प्रदेश में हमारी सरकार है इसलिए उन्होंने हमारा हक छीन लिया है। जिसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है।
विश्वेंद्र सिंह बोले की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हर सम्भव कोशिश की है लेकिन अगर केंद्र सरकार हमारी मदद नहीं भी करती है तो हमें चाहे जितना आर्थिक भार उठाना पड़े, हम इस योजना को लागू करेंगे।