Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनावों के लिए गुरुवार को चुनावी उम्मीदवारों के नाम वापस लेने का आखिरी दिन है इसके बाद प्रदेश की चुनावी तस्वीर पूरी तरह से साफ हो जाएगी. वहीं बुधवार को भी नाम वापसी का दौर चला जहां प्रदेश में 91 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस लिया. इससे पहले 3 प्रत्याशियों ने अपना पर्चा उठा लिया था.
इसी कड़ी में नाम वापसी के तीसरे दिन बीजेपी और कांग्रेस के बागी उम्मीदवारों के नाम वापस लेने का सिलसिला शुरू हो गया है जहां जयपुर की झोटवाड़ा सीट से राजपाल सिंह शेखावत और जोधपुर की सूरसागर सीट से रामेश्वर दाधीच बड़ा नाम शामिल है.
दरअसल झोटवाड़ा सीट से राजपाल सिंह शेखावत बीजेपी का टिकट नहीं मिलने के बाद बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे जहां बीजेपी ने सांसद राज्यवर्धन राठौड़ को टिकट दिया है. वहीं इस सीट पर आशु सिंह सूरपुरा ने भी निर्दलीय ताल ठोक रखी है. इसके अलावा सूरसागर सीट से रामेश्वर दाधीच ने नाम वापस लिया है जहां कांग्रेस ने शहजाद खान को मौका दिया है.
झोटवाड़ा बन गई जयपुर की हॉट सीट
बता दें कि झोटवाड़ा में बीजेपी के बागी पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कॉल के बाद बैकफुट पर आ गए और नामांकन वापस लेने का ऐलान कर दिया. शेखावत ने जनता को कहा कि हमें गृहमंत्री अमित शाह के वादे और भरोसे के बारे में सोचना चाहिए.
वहीं नाम वापस लेने के बाद उन्होंने कहा कि आज मेरा जीतना ज्यादा अहम नहीं है बल्कि उससे ज्यादा जरूरी गहलोत सरकार को राजस्थान से उखाड़ फेंकना है. मालूम हो कि शेखावत झोटवाड़ा से 2008 और 2013 में विधायक चुने गए थे और इसके बाद 2018 में कांग्रेस के लालचंद कटारिया से उनको हार मिली थी.
सूरसागर से रामेश्वर दाधीच और बांसवाड़ा से माने हकरू
वहीं जोधपुर की सूरसागर से रामेश्वर दाधीच जो अशोक गहलोत के करीबियों में से एक है उन्होंने नाम वापस ले लिया है. 2018 में अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री बनने के बाद रामेश्वर दाधीच को जोधपुर नगर निगम का महापौर बनाया गया था। इस बार वो सूरसागर से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन, कांग्रेस ने इस सीट से शहजाद खान को चुनावी रण में उतार दिया.
बीजेपी के बागी हकरू मईडा माने
इधर, बीजेपी के लिए भी अच्छी खबर सामने आई है। बांसवाड़ा विधानसभा सीट पर भाजपा से बागी हकरू मईडा को मनाने में नेता सफल हो गए है। मईडा ने बांसवाड़ा सीट से नामांकन दाखिल किया था। लेकिन, अब वापस ले लिया है। इससे प्रत्याशी धनसिंह रावत सहित बीजेपी नेताओं को राहत मिली है। भाजपा से बागी हकरू मईडा को मनाने में बीजेपी जिला अध्यक्ष लाभचंद पटेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.