मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीते रविवार आबूरोड के दौरे पर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यहां स्थित इंदिरा रसोई का भी निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने इंदिरा रसोई का भोजन भी किया। जिसके बाद वहां पर मौजूद लोगों से बातचीत भी की। वहीं इस बातचीत एक दिलचस्प नजारा भी देखने को मिला।
दरअसल सीएम अशोक गहलोत से लोगों ने बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर अपने अनुभव साझा किए। चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा का लाभ ले चुके व्यक्ति ने सीएम से कहा कि उसके हाथ में फ्रैक्चर हुआ था। जिसका इलाज उसने पाली के एक अस्पताल में कराया। यहां पर चिरंजीवी के तहत उसका फ्री इलाज किया गया। व्यक्ति ने कहा कि उसकी बीमारी का फ्री में इलाज हुआ इसके लिए वह मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करता है।
अपने ही गांव-शहर में मिल रहा इलाज, कहीं दूसरी जगह जाने की जरूरत नहीं
तो वहीं मौजूद एक दूसरे व्यक्ति ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उसकी दादी की आंख का ऑपरेशन होना था, जिसके लिए काफी रुपयों की जरूरत थी, लेकिन मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत उसकी दादी का फ्री में इलाज हुआ, व्यक्ति ने कहा कि सिर्फ उसे लेंस के पैसे देने पड़े थे। जिसका थोड़ा बहुत खर्च हुआ था। इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जो थोड़े-बहुत लग रहे हैं उसकी कोई दिक्कत नहीं है आगे यह थोड़े-बहुत भी नहीं लगेंगे।
यहीं पर एक तीसरे व्यक्ति ने अपनी पत्नी के घुटनों के ऑपरेशन को लेकर कहा कि, मुख्यमंत्री जी चिरंजीवी बीमा योजना से ही उसकी पत्नी के घुटनों का फ्री में इलाज हुआ है। यहीं आबूरोड के अस्पताल में ही उसे ये सारी सुविधाएं मिली कहीं दूसरी जगह जाना ही नहीं पड़ा।
सीएम को मिलेगा चुनाव में परिणाम!
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने के लिए लोग काफी उत्सुक दिखाई दे रहे थे, वहीं सीएम भी लोगों से चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के सकारात्मक परिणाम खुद लोगों के मुंह से सुनकर काफी खुश हुए। यहां मौजूद लोगों ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत जो यह काफी मददगार चिरंजीवी योजना लेकर आए हैं उससे उन्हें काफी सहूलियतें मिल रही हैं, इसका परिणाम तो सीएम को जरूर मिलेगा।
राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने की मांग
गौरतलब है कि सीएम अशोक गहलोत चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा की सफलता को राजस्थान की सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हैं। वे कई मौकों पर यह कह चुके हैं कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना पूरे देश में डंका बजा रही है और पूरे देश में राजस्थान की इस स्वास्थ्य बीमा का नाम हो रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कई बार चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की तुलना केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत से चुके हैं। उन्होंने कहा है कि आयुष्मान भारत से देश के बेहद कम लोगों को कवर किया जा रहा है, जबकि राजस्थान में लगभग हर व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चिरंजीवी को राष्ट्रीय योजना घोषित करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी इस पर कोई सकारात्मक पहल होती दिखाई नहीं दे रही है।
गुजरात में स्वास्थ्य व्यवस्था बन रहा है चुनावी मुद्दा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा का गुजरात विधानसभा चुनाव में भी जमकर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। उन्होंने राजस्थान में सफल चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा को गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनने पर इसे लागू करने की भी बात कही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात के चुनावी दरे के पर कई बार यह कहा है कि गुजरात में स्वास्थ्य सुविधाओं का कितना बुरा हाल है यह कोरोना काल में पता चल चुका है। लोग इससे काफी आहत हैं, लेकिन अगर गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनती है तो यहां की जनता को भी चिरंजीवी जैसी स्वास्थ्य बीमा योजना से लाभान्वित किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- ‘मुख्यमंत्री का सपना’ तोड़ रहे डॉक्टर-चिकित्साकर्मी