झालावाड़। अंडरपास की मांग को लेकर आज मालीपुरा की जनता रेलवे ट्रैक पर बैठ गई व भवानी मंडी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने आए कोटा मंडल के डीआरएम से मिलने की मांग की। इस पूरे हंगामे के बीच ट्रेन 20 मिनट पर खड़ी रही। दरअसल आज कोटा रेल मंडल के डीआरएम मनीष तिवारी भवानी मंडी रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होंने पूरे रेलवे परिसर का जायजा लिया।
पहली बार निरीक्षण पर आए तिवारी को लोगों की जन समस्याओं का सामना भी करना पड़ा। तिवारी ने बताया कि रेलवे मंत्रालय द्वारा रेलवे संरक्षा के चलते सभी मंडल के डीआरएम को अपने-अपने सेक्शनों के अंतर्गत आने वाले स्टेशनों का निरीक्षण करना है। उसी के तहत निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मैंने यहां की जनसुविधाओं को गौर से देखा, यहां की जनसंख्या को देखते हुए यात्रियों की जनसुविधा में कोई कमी नहीं है। इस दौरान उन्होंने इंजन पर खड़े होकर रेलवे ट्रैक की जांच की।
डीआरएम से मिलने के लिए अड़े
वहीं मालीपुरा के रास्ते पर रेलवे द्वारा लोहे की एंगल लगाकर रास्ता बंद करने पर भेसोदा मंडी व मालीपुरा के जनप्रतिनिधियों ने डीआरएम तिवारी को ज्ञापन सौंपकर रास्ता शुरू कराने की मांग की। जिस पर डीआरएम तिवारी ने बताया कि यह रास्ता नहीं खोला जा सकता। क्योंकि रेलवे 180 की गति से ट्रेन पटरियों पर दौड़ेने की ट्रायल ले रहा है, ट्रायल सफल भी हो गई है। उसी को देखते हुए रेलवे की दोनों तरफ दीवार बना रहे है, जिससे कोई दुर्घटना नहीं हो सके।
लेकिन मालीपुरा वासी रास्ते को चालू करवाने के लिए डीआरएम से मिलने की बात पर अड़े रहे। वही डीआरएम द्वारा नहीं मिलने पर महिला व पुरुष रेलवे ट्रैक पर बैठ गए और आम समस्या की मांग करने लगे। इस दौरान रेलवे पुलिस व राजस्थान व मध्यप्रदेश की पुलिस का जाब्ता भी मौके पर पहुंच गया और ट्रैक पर बैठे लोगों को हटने को लेकर समझाइश करने लगे। इस पर लोग नहीं माने आखिरकार डीआरएम को ट्रेन से उतर कर लोगों के बीच आना पड़ा और उनकी समस्या सुनी। जहां उन्होंने कहा कि इस समस्या को में उच्च अधिकारियों को बतलाऊंगा और जो भी इस रास्ते का हल निकलेगा उसे जल्द निकाला जाएगा। इसके चलते करीब 20 मिनट तक इंदौर-जोधपुर ट्रेन प्लेटफॉर्म नं. 2 की ट्रैक पर खड़ी रही। वहीं अवध एक्सप्रेस ट्रेन 3 नम्बर पर 30 मिनट तक खड़ी रही। डीआरमएम की समझाइश के बाद ही ट्रैक से लोग हटे।
अंडरपास की कमी के चलते ये आती है परेशानियां
भवानीमण्डी रेलवे स्टेशन से सटे भैसोदा नप के मालीपुरा निवासियों को भवानीमंडी -मालीपुरा के बीच अंडरपास नही होने की दशा में लम्बे समय से अपनी जान जोखिम में डालकर रास्ते को पार करना पड़ता है जिसको रेलवे ने वर्तमान में बन्द कर दिया जिसके कारण आमजन को कई तरह की दैनिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लगभग 2500 की आबादी वाले मालीपुरा के निवासियों के लिए आने-जाने का एक मात्र कच्चा रास्ता है जिसकी दूरी 6 किलोमीटर है। अंडरपास की कमी के कारण लोगों को बाजार आने के लिए छह किलोमीटर की लंबी दूरी करने के बाद भी भैसोदा की रेलवे फाटक से होकर आना-जाना पडता है।
जहाँ भी अंडरपास नही होने से राहगीरों को घण्टो फाटक पर इंतजार करना पड़ता है। मालीपुरा के निवासियों ने डीआरएम को दिए ज्ञापन में बताया कि छात्र-छात्राओं को बहुत अधिक दूरी तय कर भवानीमण्डी शहर में पढ़ने के लिये आना जाना पड़ता है। चूँकि उक्त गाँव भवानीमण्डी रेलवे स्टेशन की लाईन के दूसरी ओर स्थित है। इस कारण यहाँ के वाशिन्दों को आने-जाने के लिये काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही छोटे-छोटे बच्चों को विद्यालय, आमजन को रोजमर्रा के कार्य, हारी बीमारी में चिकित्सालय एवं रोजी रोटी के लिए मजदूर एवं नौकरी आदि के लिए नजदीक भवानीमण्डी शहर आना-जाना पडता है और कच्चा मार्ग काफी लम्बा व कीचड़युक्त उखड़ा ख़ुदा होने के चलते मजबूरी में रेलवे ट्रैक को पार कर जाते हैं।