जयपुर। प्रदेश के अधिकांश विभागों में मार्च का महीना सालाना लेखा-जोखा क्लोजिंग करने का होता हैं। इसी तर्ज पर अब राजस्थान पुलिस भी अपराधियों की ‘मार्च क्लोजिंग’ करने में जुट गई हैं। पुलिस ने इस माह में 21 जिलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए करीब 3500 माफियाओं, अपराधियों, गैंगस्टर्स को सलाखों के पीछे पहुंचाया हैं। डीजीपी उमेश मिश्रा के निर्देश के बाद पुलिस ने व्रज प्रहार करते हुए गैंगस्टर्स, हिस्ट्रीशीटर्स से लेकर हथियार, ड्रग, बजरी माफियाओं पर शिकंजा कसा हैं। प्रदेश की पुलिस के टार्गेट पर 10 हजार से ज्यादा अपराधी हैं और इनकी गलत तरीके से अर्जित की गई संपत्ति पर भी पुलिस की नजर हैं।
पुलिस की ओर से लगातार किए जा रहे जिलेवार एक्शन से अब बदमाश भी खौफ में है और डीजीपी उमेश मिश्रा की माने तो लगातार हो रही कार्रवाई से बदमाश अपने ठिकाने छोड़ भागने पर मजबूर हो गए हैं। प्रदेश में लगातार बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने हिस्ट्रीशीटर व माफियाओं की संपत्ति की सूची तैयार कर ऑपरेशन वज्र प्रहार शुरु किया हैं।
लॉरेंस के गुर्गों पर कसा शिकंजा
बारां में अवैध मादक पदार्थों, अवैध हथियार, अवैध शराब की तस्करी से जुड़े वांछित अपराधियों को पकड़ा गया। नागौर में खनन माफियाओं के खिलाफ, भरतपुर में असामाजिक तत्वों के खिलाफ, टोंक में वांछित अपराधियों, अवैध मादक पदार्थों की तस्करी, चोर और नकबजनों, उदयपुर में हिस्ट्रीशीटर और हार्डकोर बदमाशों, चूरू में आबकारी अधिनियम, एनडीपीएस एक्ट में, बीकानेर रेंज के जिलों में आनंदपाल सिंह, रोहित गोदारा,बाबा राणा गैंग व लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सक्रिय बदमाशों सहित मादक पदार्थ, हथियार सप्लायर्स पर कार्रवाई की गई।
जोधपुर रेंज और कोटा में भी हिस्ट्रीशीटर, हार्डकोर, चिन्हित पेशेवर माफिया, आदतन अपराधी, राउडी शीटर, स्थाई वारंटी, भगोड़ो, वांछित ईनामी अपराधियों, अवैध शराब की बिक्री करने बदमाशों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा गैंगस्टर्स से जुड़े सोशल मीडिया के फॉलोवर्स पर भी कार्रवाई हुई।
बदमाशों में भय का माहौल
पीएचक्यू के निर्देश पर अपराधियों की धरपकड़ के लिए जिला स्तर पर एक्शन प्लान के तहत सभी जिलों में एक्शन किए जा रहे हैं। डीजीपी की माने तो इससे बदमाशों के खेमों में भय का माहौल हैं। लगातार रेंज से लेकर जिला स्तर पर हो रही कार्रवाई से अपराधियों की धरपकड की जा रही हैं।
10 हजार पुलिसकर्मी जुटे
सभी जिलों में हुई कार्रवाई में 10 हजार पुलिसकर्मियों की टीम का सहयोग रहा। यह कार्रवाई सुव्यवस्थित और गोपनीय तरीके से की गई। जिससे अपराधी एक-दूसरे को सतर्क नहीं कर सके और सूचना लीक न हो। कार्रवाई से पहले बदमाशों सूचनाएं संकलित की गई।
पकड़े गए अपराधियों की संख्या
कोटा शहर-224
कोटा ग्रामीण-123
बूंदी-281
झालावाड़-226
बांरा-129
जयपुर ग्रामीण-56
सीकर-176
भिवाड़ी-287
दौसा-337
झुंझुनूं-03
अलवर-129
भरतपुर-44
टोंक-13
उदयपुर-547
चूरू-18
बीकानेर-42
श्रीगंगानगर-52
हनुमानगढ़-48
जोधपुर-129
अलवर-551
कुल-3415