Lumpy Skin Disease : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लम्पी स्किन डिजीज को केन्द्र राष्ट्रीय आपदा घोषित करे। उन्होंने कहा कि इसके लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखा है। प्रदेश के भाजपा नेता भी इसे लेकर केन्द्र से बात करें। उन्होंने कहा कि दवाइयों की कोई कमी नहीं आने दी जा रही है, वैक्सीन का अभी परीक्षण जारी है और विकल्प के रूप में गोट पॉक्स वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने विश्वास दिलाया कि राज्य को पूरी मदद दी जाएगी। रविवार को मुख्यमंत्री (CM Ashok gehlot) ने निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के जनप्रतिनिधि, पशुपालकों, गोशाला संचालकों, अधिकारियों व आमजन से संवाद करते हुए कहा कि प्रदेश में नंदीशालाएं स्थापित करने के लिए पशुपालकों का सहयोग जरूरी है। सरकार ने गोशालाओं के लिए अनुदान की अवधि 6 माह से बढ़ाकर 9 माह कर दी है। साथ ही गोपालन विभाग बनाकर गोवंश संवर्धन के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।
मृत पशुओं का निस्तारण वैज्ञानिक तरीके से
मुख्यमंत्री (CM Ashok gehlot) ने बताया कि लम्पी स्किन रोगी मृत पशुओं का निस्तारण वैज्ञानिक तरीके से हो रहा है, जिससे संक्रमण पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी। सभी जिलों में कंट्रोल रूम भी स्थापित किए जा चुके हैं। साथ ही, रोग को लेकर आमजन में फैल रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए गांव-ढाणी तक जन-जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोशालाओ की साफ-सफाई, सोडियम हाइपोक्लोराइट के छिड़काव, फोगिंग तथा जेसीबी की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई गई है।
आठ लाख गोवंश संक्रमित
कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ( Lal Chand Kataria) ने कहा कि रोग की प्रभावी रोकथाम के लिए प्रदेश के सभी जिलों में लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि गोवंश को बचाना हमारी प्राथमिकता है। प्रदेश में अब तक 8 लाख गोवंश संक्रमित हुए हैं, जिनमें से 7.40 लाख का उपचार हुआ है व लगभग 4.30 लाख पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। पश्चिमी राजस्थान में संक्रमण की दर तेजी से घट रही है। गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि यह महामारी देश के 16 राज्यों में फैल गई है। राज्य सरकार भी इस बीमारी को लेकर काफी चिंतित है। आरसीडीएफ द्वारा अब तक 6 लाख गोट पॉक्स के टीके वितरित किए जा चुके हैं। दवाई एवं वैक्सीन की खरीद में मुख्यमंत्री की अपील पर कई भामाशाह व स्वयंसेवी संगठन आगे आए हैं।
ग्रामीण ओलंपिक खेलों की तैयारियों पर भी चर्चा
वीसी में लम्पी स्किन डिजीज से गोवंश को बचाने के लिए जिलों में जागरूकता अभियान, रोग की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों, पशुपालकों द्वारा पशुओ के उपचार में अपनाई जा रही पद्धति के बारे में चर्चा की गई। साथ ही, प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए नुकसान और प्रभावितों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओ को लेकर भी चर्चा की गई। बैठक में 29 अगस्त से प्रदेश में आयोजित हो रहे राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों की तैयारियों और सफल आयोजन को लेकर भी सुझावों का आदान-प्रदान हुआ। गहलोत ने सभी से लम्पी डिजीज के नियंत्रण एवं रोकथाम व बाढ़ राहत कार्य में राज्य सरकार का सहयोग करने की अपील की है।
शराब सेस से दी जाए पशुपालकों को मदद
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां (Satish Punia) ने भी गहलोत से कहा कि स्टाम्प ड्यूटी और शराब से मिलने वाले सेस को 100 फीसदी लम्पी से मरने वाले गोवंश या दूसरे पशुओ के नुकसान के बदले पशु पालकों को अच्छा मुआवजा देने में इस्तेमाल किया जाए। मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने बताया कि राजस्थान डेयरी फेडरेशन द्वारा 21 लाख गोट पॉक्स वैक्सीन खरीदने के निर्देश दिए हैं। अर्जेन्ट टम्पे रेरी बेसिस पर 200 पशु चिकित्सकों एवं 300 पशुधन सहायकों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
किसानों को मुआवजा दे सरकार- गुलाब चंद कटारिया
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि वक्त इस बीमारी के कारण किसान दोहरी मार मर रहा है। एक तो गाय के बीमार होने के कारण दसरा उसे खिलाने की स्थिति में वह कमजोर है। के वल गोशाला ही नहीं, बड़े किसान जिनके पास 10 या ज्यादा पशु हैं, उन्हें भी कम्पनसेट कर मदद करें। विशेष तौर पर डेयरी पर जो किसान-पशुपालक दूध बेचते हैं, डेयरी उन्हें एक महीने का एडवांस पैसा देकर मजबूत करें।