प्रदेश के झालावाड़ के सुनेल कस्बे में फसल खराबी के चलते किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी थी अब इस मामले में आंदोलन की सुगबुगाहट आ रही है। दरअसल किसान संघ के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने आज तहसील परिसर में प्रदर्शन कर मृतक किसान के परिजनों को आर्थिक सहायता की मांग की और इसी मांग को लेकर जिला कलेक्टर के नाम तहसील को ज्ञापन सौंपा।
मांगे न मानने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
ज्ञापन में कहा गया है कि देश का अन्नदाता किसान पहले से ही कही परेशानियों से गुजर रहा है अब इस पर इस आपदा ने उसे कहीं का नहीं छोड़ा। बारिश के चलते फसल को इतना नुकसान पहुंचा है कि कई किसान इसे सहन भी नहीं कर पा रहे हैं। इसी से आहत होकर एक किसान राधेश्याम ने आत्म हत्या कर ली। मृतक किसान बेहद गरीब परिवार से है। किसान संघ ने मांग उठाई कि मृतक किसान के परिवार को बीमा और मुआवजा देने के साथ ही परिवार को आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाए। साथ ही उन्होंने मांगे नहीं माने जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
बता दें कि बारिश के कारण खेत में खड़ी सोयाबीन की फसल पानी में डूब गई थी। यह नजारा देखकर किसान वापस घर आया और तनाव में उसने अत्यधिक शराब पी और इसके बाद फांसी पर लटक गया। मृतक किसान के घर पर कई नेता दौरा कर आर्थिक सहायता का आश्वासन भी दे चुके हैं।
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