Investors Summit : इन्वेस्ट राजस्थान के MSME कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन में गहलोत ने MSME पर बनाई गई पॉलिसी और उने क्रियान्वयन के बारे में बताया। उन्होंने इस क्षेत्र को देश -प्रदेश का भविष्य बताया है। अशोक गहलोत ने कहा कि जितना MSME मजबूत होगी उतना ही देश मजबूत होगा। क्योंकि इंपोर्ट-एक्सपोर्ट दोनों ही चीजें MSME के माध्यम से ही हो रही हैं। आप लोगों ने देखा होगा कि कोरोना के बाद से ही मार्केट की हालत क्या हैं। हम जब प्री बजट चर्चा करते हैं तो आप लोगों की राय-मशविरा से ही काम होता है। MSME कितना महत्वपूर्ण है इसे समझकर ही हमने भी इसके लिए कई पॉलिसी बनाई हैं।
MSME के 6 लाख उद्योग राजस्थान में
अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान ने शुरूआत से ही कई विपदाएं देखी हैं यहां कि भौगोलिक स्थिति हमारी कठिन परीक्षआ लेती है। सूखा-अकाल यहां तो सामान्य बात है कि लेकिन इस घोर संकट में कैसे प्रदेश को बचाना है और वापस पटरी पर लाना है उसके लिए MSME एक तरह से वरदानसाबित हो रही है। अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार ने शुरूआत से ही MSME को केंद्र में रखा है और उसके लिए नीतियां बनाई है। आपको यह जानकर गर्व होगा कि MSME के 6 लाख उद्योग राजस्थान में है। MSME का GDP में 3 प्रतिशत का योगदान है।
MSME में देश का उज्जव भविष्य
अशोक गहलोत ने कहा कि MSME वाले बड़े उद्योगपति बन सकते हैं उऩका तो अनुभव उनके ही काम आएगा। कई लोग तो यहां से अनुभव लेकर बाहर काम कर रहे हैं और बाहर जाकर सीखकर यहां पर काम कर रहे हैं। MSME के लिए हमने 5 साल तक परमिशन की छूट दे रखी है। 3 साल के इस दायरे को बढ़ाया है। साथ ही 8प्रतिशत तक ब्याज भी मुक्त कर दिया है। अब तो बजट भी आने वाला है। उसमें हम सभी की फिर से मीटिंग होगी जिसमें आपकी राय को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जाएगा।
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