Rajasthan Politics : राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन पर राय जानने के लिए रविवार शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर बुलाई गई विधायक दल की बैठक से पूर्व पहुंचे निर्दलीय विधायकों ने कहा कि अगर विधायकों की भावना के अनुरूप निर्णय नहीं होगा तो सरकार गिरने का खतरा पैदा हो जाएगा। मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा से पत्रकारों ने सवाल किया कि गहलोत के अलावा दूसरा कोई मुख्यमंत्री बनेगा तो क्या वो सरकार के साथ रहेंगे। इस पर लोढ़ा ने कहा कि जो विधायकों की भावना है उसके अनुरूप निर्णय होगा तो सरकार चलेगी। उन्होंने कहा कि अगर विधायकों की भावना के अनुरूप निर्णय नहीं होगा तो सरकार गिरने का खतरा तो पैदा हो ही जाएगा। लोढ़ा ने कहा कि वह पहले ही कह चुके हैं कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री रहना चाहिए।
निर्दलीय विधायकों का क्या रुख रहेगा?
इस सवाल पर लोढ़ा ने कहा कि वह पहले की तरह गहलोत के साथ हैं। वहीं केबिनेट मंत्री नेता गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर अशोक गहलोत मुख्यमंत्री नहीं रहते हैं, तो आगामी विधानसभा चुनाव जीतने में बहुत दिक्कत आएगी। गहलोत हमारी आत्मा हैं। गहलोत ने जो बजट दिया है और जो काम किए हैं, उसका लाभ उनके मुख्यमंत्री रहते हुए ही हमें मिलेगा।
अब नई पीढ़ी को मौका मिले
सीएम गहलोत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि वह 40 साल तक संवैधानिक पदों पर रहे और चाहते हैं कि अब नई पीढ़ी को मौका मिले। उन्होंने यह भी कहा कि अगला विधानसभा चुनाव ऐसे व्यक्ति के नेतृत्व में लड़ा जाना चाहिए, जिससे राजस्थान में कांग्रेस फिर सत्ता में आ सके । जैसलमेर में संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि मेरे लिए कोई पद महत्वपूर्णनहीं है। मैं 50 साल से राजनीति में हूं और 40 साल से किसी न किसी संवैधानिक पद पर हूं। इससे ज्यादा व्यक्ति को क्या मिल सकता है या क्या चाहिए। मेरे दिमाग में बात यह है कि नई पीढ़ी को मौका मिले। गहलोत रविवार को जैसलमेर में तनोट माता मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पहुंचे थे।
पद महत्वपूर्ण नहीं, फिर बने सरकार
सीएम गहलोत ने कहा कि मीडिया द्वारा फै लाया गया है कि वह मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ना चाहते हैं, जबकि यह उनके दिमाग में कभी नहीं रहा। गहलोत ने कहा कि मैंने अगस्त में ही आलाकमान से कहा था कि अगला चुनाव ऐसे व्यक्ति के नेतृत्व में लड़ा जाना चाहिए, जिससे प्रदेश में फिर से जीत की संभावना बढ़े। चाहे वह मैं हूं या मेरे अलावा कोई और, उसे चुनें और सरकार बनाएं । उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस जीतती है तो पार्टी फिर से जिंदा होगी।
खड़गे बोले- अगला मुख्यमंत्री कौन, अभी पता नहीं
जयपुर हवाई अड्डे पर खड़गे ने कहा कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। इस बारे में अभी वह कु छ नहीं बता सकते। लेकिन उन्होंने कहा कि शाम को विधायक दल की बैठक में विधायकों की राय जानने के बाद वह बात करेंगे। माकन ने कहा कि रविवार शाम सात बजे विधायक दल की बैठक है और मुझे और मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पर्यवेक्षक बनाकर भेजा है। विधायकों से रायशुमारी की जाएगी।