प्रदेश में बदमाशों में हौंसले कितने बुलंद हो चुके हैं, इसकी बानगी इसीसे देखी जा सकती है कि सवाई माधोपुर जिले के बामनवास थाना क्षेत्र के एक गांव में 1 महीने से एक नाबालिग बच्ची अपहरणकर्ताओं के चंगुल में हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक कुछ नहीं लगा है। इसे लेकर अब बच्ची के परिजन सड़कों पर उतर गए हैं और बच्ची को बचाने की मांग कर रहे हैं। परिजनों के साथ भीम आर्मी भी प्रदर्शन में शामिल हो गई है। भीम आर्मी के प्रदेश सचिव ने कार्रवाई न होने की सूरत में आंदोलन की चेतावनी दे दी है।
29 सितंबर को हुआ था अपहरण
दरअसल बच्ची का 29 सितंबर को स्कूल से आते समय रास्ते में अपहरण हो गया। परिजनों का कहना है कि बच्ची अपनी मार्कशीट लेने विद्यालय गई थी। वापस लौटते समय भरतपुर निवासी निविराज राजपूत ने अपने साथ भारजा निवासी विजय मीना के साथ मिलकर बालिका को अगवा कर लिया। इसके बाद पीड़ित परिवार ने बामनवास थाने में आरोपियों के खिलाफ बालिका के अपहरण का नामजद मामला दर्ज करवाया गया। बालिका के अपहरण की घटना को एक माह से भी अधिक का समय हो गया। लेकिन पुलिस ने अभी तक बच्ची को बरामद नहीं किया। वहीं आरोपी लगातार पीड़ित परिवार को धमकियां दे रहे हैं और तो और खुले आम घूम भी रहे हैं।
भीम आर्मी ने दिया 16 नवंबर का अल्टीमेटम
बच्ची की बरामदगी को लेकर परिजनों सहित ग्रामीणों का कलेक्ट्रेट के समक्ष बीते 9 दिनों से धरना दिया जा रहा है। परिजनों और ग्रामीणों ने भीम आर्मी एवं किसान सभा के बैनर तले कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा और बालिका को जल्द बरामद कर आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग की। भीम आर्मी के प्रदेश सचिव बनवारी और किसान सभा जिलाध्यक्ष कांजी मीना ने बताया कि अगर बालिका को आगामी 16 नवम्बर तक बरामद नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा।