इन्वेस्टर्स समिट का समापन हो गया है। सीतापुरा JICC के बाहर अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने समिट से लेकर भाजपा के हमलों पर करारा जवाब दिया। अशोक गहलोत ने तो भाजपा के बयानों को बेतुके करार दिया औऱ राजेंद्र राठौड़ के ले कहा कि उनके कुछ भी बोलने में दम नहीं है, जब तक वे कांग्रेस के खिलाफ कुछ बयान न मीडिया में दे दें उन्हें नींद नहीं आती।
समिट में आए 3000 लोग क्या कांग्रेस के हैं ?
भाजपा के इन्वेस्टर्स समिट पर जुबानी हमले करने को लेकर गहलोत ने कहा कि उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बोलने में कोई दम नहीं है। नौजवान तो यह कह रहा है कि मुझे तो नौकरी के अवसर मिल रहे हैं। मुझे तो नए आइडिया इस समिट से मिल रहे हैं। सीएम ने कहा कि अब इस इन्वेस्टर्स समिट में जो 3 हजार लोग आए हैं वो क्या कांग्रेस के लोग हैं। ये प्रदेश में निवेश के लिए आए हैं। यह निवेशकों का सम्मेलन है। यहां राजनीति क्यों करनी है। ये समिट कोई न कोई सरकार कराएगी। कांग्रेस हो या भाजपा हो। ऐसी स्थिति में ये लोग (भाजपा) अड़चने पैदा करते हैं।
गौतम अडानी और अशोक गहलोत को लेकर भाजपा के बयानों को लेकर सीएम ने कहा कि इन लोगों ने कल गौतम अडानी को लेकर भी बयान दिए थे। समझ नहीं आता कि ये लोग ऐसा क्यों करते हैं। हमें तो सभी का स्वागत करना है कि चाहे वो अडाणी हो, अंबानी हो या अमित शाह का बेटा जय शाह हो। हमारी जिम्मेदारी है कि हम सभी निवेशकों का स्वागत करें सम्मान करें।
राजस्थान का इन्वेस्ट फ्रेंडली माहौल कर रहा निवेशकों को आकर्षित
अशोक गहलोत ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट जैसे आयोजन कई राज्यों में होते है लेकिन उसमें सिर्फ 20 से 25 प्रतिशत इन्वेस्ट आता है। इसलिए हमने पहले ही MOU साइन करा लिए। वरना इवेंट के दौरान mou साइन होते हैं औऱ तो और इवेंट के बाद भी होते रहते हैं वो भी सिर्फ आंकड़े बताने के लिए। हमारी सरकार ने 11 हजार करोड़ के MOU करा लिए। कोरोना के बाद भी जो स्टेप उठाए हैं उससे इन्वेस्टर्स बहुत प्रभावित हैं। हमने कोरोना काल में निवेशकों को वो सारी सुविधाएं दी कि उन्हें इस संकट में भी कोई दिक्कत नहीं हो। ताकि कर्फ्यू का पालन करते हुए वे घर से काम कर सकें। कोरोना के बाद हमारी सरकार ने स्कीम लॉन्च की, जिसके तहत हमने लोन को ब्याज मुक्त किया। प्रिंसिपल अमाउंट तक फ्री किया। इन तमाम तरह की स्कीमों का भी प्रभाव पड़ा है। राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी है। सरकार खुद एक्टिव होकर निवेशकों को बाहर से बुला रही है। पहले के मुकाबले स्थिति काफी सुधरी है। इसलिए अब निवेशक राजस्थान में आकर्षित हो रहे हैं।
सरकारी नौकरी देने की भी एक क्षमता है लेकिन उसका भी रिकॉर्ड बना
अशोक गहलोत ने कहा कि आज की तारीख में भी दूसरे अधिकारी समिट में शामिल हैं। राजस्थान में रिफाइनरी प्रोजेक्ट लगाया जा रहा है। पेट्रोकेमिकल का प्रोजेक्ट आ रहा है तो कि सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। 383 स्क्वायर किमी का एरिया जो डेवलप होगा वो बहुत सोच समझकर किया गया है। इतने ज्यादा इन्वेस्टर्स आएंगे तो MSME का काम ज्यादा होगा। अब तो प्रदेश में तेल भी निकल रहा है। वहीं सोलर एनर्जी के क्षेत्र में भी बड़ा निवेश हो रहा है, इस क्षेत्र में तो पहले से ही काफी बड़े प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। हर सेक्टर के अंदर निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है। जाहिर से बात है कि इसमें लाखों की संख्या में रोजगार पैदा होंगे। सरकार के पास भी क्षमता है सरकारी नौकरी देने की। अभी 3 लाख 55 हजार के लगभग नौकरी दो रही है जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है। तो इन निवेश से इससे भी ज्यादा नौकरी के अवसर पैदा होंगे। अगर यह 11 हजार करोड़ का निवेश पूरा होता है, सारे प्रोजेक्ट्स पूरी तरह सफल होते हैं तो लगभग 9 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
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