AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी आज से तीन दिवसीय राजस्थान दौरे पर हैं। इसी क्रम में वे अलवर के मेवात इलाके के टपूकड़ा पहुंचे। यहां पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। यहां स्थित कार्यालय में उन्होंने मीडिया से बातचीत की। जिसमें उन्होंने भरतपुर के घाटमीका मामले पर भाजपा और राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर जमकर आरोप लगाए। उन्होंने यह भी कहा कि वे घाटमीका के पीडित परिवार से भी कल मिलने जाएंगे।
प्रशासन गंभीर होता तो आरोपी राजस्थान का बॉर्डर भी नहीं कर पाते पार
ओवैसी ने कहा कि जब राजस्थान से दोनों युवकों का किडनैप हुआ तो इसकी सूचना प्रशासन को दी गई लेकिन प्रशासन बिल्कुल गंभीर नहीं था अगर गंभीर होता तो राजस्थान का बॉर्डर भी पार नहीं कर पाते जिससे दोनों बच्चों की जान बचाई जा सकती थी। ओबीसी के आने से तनावपूर्ण माहौल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरा प्रोग्राम पहले से ही डिसाइड हुआ था और उन्होंने सवाल किया कि जब वहां सीएम जा सकते हैं तो मैं क्यों नहीं जा सकता।
ओवैसी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान सरकार का प्रशासन अगर चाहता तो उन दोनों युवकों को बचाया जा सकता था लेकिन प्रशासन ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। परिणाम स्वरूप दोनों युवकों को हरियाणा में जिंदा जला दिया गया। उन्होंने कहा कि एफआईआर में नाम होने के बाद राजस्थान और हरियाणा की सरकार को गिरफ्तार करना चाहिए और जांच की जानी चाहिए।
कानून को हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं
इस संबंध में नासिर के भाई इस्माइल ने पुलिस को भी सूचना दी थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कानून को हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है और ना ही कोई इजाजत देता है। अगर इसी तरह कानून हाथ में लेने की इजाजत दी है तो अदालतों को बंद कर देना चाहिए और थानों पर ताले लगा देने चाहिए। भारत में रूल ऑफ़ ला है और संविधान है इसकी पालना करनी चाहिए। दोनों के आधार पर ही देश चलेगा। गुंडागर्दी से देश नहीं चलेगा।
अदालत तय करेगी किसे सजा देनी है
उन्होंने कहा कि जब ऐसे मामलों में सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती तो असल में यही वोट बैंक होता है और उनकी नजरों में जान की कोई कीमत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब उनके परिजनों ने अपने बच्चों की जली हुई लाश देखी होंगी तो क्या बीती होगी। यह बहुत बड़ा दर्दनाक हादसा है। दोनों मृतकों में एक मृतक के खिलाफ गौ तस्करी के मामले के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि उन्हें जान से मार देंगे।
उन्होंने कहा कि देश की पार्लियामेंट राजस्थान की विधानसभा हरियाणा की विधानसभा के लोगों पर भी ऐसे मामले दर्ज हैं तो सबको मार देंगे। इनकी जान की कीमत है और इन युवकों की जान की कीमत नहीं है। आरोप है तो सजा अदालत को सजा देनी चाहिए। अदालत उन पर आरोप तय करें । यह तय करें कि कौन आरोपी है किस को सजा देने हैं यह जालिम लोग है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में टीपू का नाम लेने पर विवाद किया जाता है। एक भोपाल की सांसद हैं जो कर्नाटक में जाकर कहते हैं कि चाकू तो तरकारी काटने के काम आता है। घरों में हथियार रखने चाहिए। यह किस तरीके के बयान हैं। धर्म संसद में किस तरीके की बातें की जाती हैं यह सभी को पता है ।
खुद को प्रधानमंत्री समझते हैं गुंडागर्दी करने वाले लोग
ओवैसी ने आरोप लगाया कि आरोपी फेसबुक पर लाइव अपने हाथों में हथियार दिखाकर लहराते हैं और लाइव करते हैं कासिम को गोली मारी गई। बारिश की मौत को भी दुर्घटना बताई गई। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह से लोग अपने आप को प्रधानमंत्री समझते हैं इस मुख्यमंत्री समझते हैं प्रशासनिक अधिकारी समझते हैं जो इस तरह खुलेआम गुंडागर्दी करते हैं।
राजस्थान में चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके चुनावी वादे जनता के मुद्दे होंगे और कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। महंगाई बेरोजगारी गौ रक्षक दलों के खिलाफ तमाम मुद्दे से होंगे जो चुनाव भी मुद्दे होंगे। उन्होंने कहा कि सभी वर्गों को साथ लेकर चलेंगे। उन्होंने बताया कि अभी वह घाट मीका जाएंगे। इसके बाद परिवार से मुलाकात करेंगे परिवार को दिलासा दिलाएंगे ।उन्होंने सीधा सीधा आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ऐसे लोगों को ताकत देती है, मदद करती है। संरक्षण देती है और पुलिस और प्रशासन को एक्शन नहीं लेता।