अलवर मॉब लिंचिंग मामले में अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है। रामगढ़ के पूर्व भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा अब अपने एक बयान को लेकर विवादों में फंस गए हैं। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। उन्हें इस वीडियो में यह कहते हुए सुना जा रहा है। मैंने तो अपने इलाके में छूट दे रखी है कि मारो तुम्हें पूरी छूट है, ‘उन्होंने’ हमारे मारे है अब हमने ‘उनके’ मारे हैं।
दरअसल ज्ञानदेव आहूजा अलवर के गोविंदगढ़ में मॉब लिंचिंग के शिकार हुए किसान के परिवार से संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए उनके घर पहुंचे थे। यहां पर बातचीत के दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि नौकरी के लिए कहा है, लेकिन अगर नहीं मिले, तो जबरदस्त आंदोलन करो, प्रशासन दबाव में आएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि अब तक तो 5 हमने मारे हैं। बहरोड समेत कई जगह पर मारा, लेकिन इस एरिये में पहली बार हुआ है कि हमारे लोगों को मारा गया है।
उन्होंने आगे कहा कि हमने तो अपने इलाके में कार्यकर्ताओं को खुली छूट दे रखी है। कि मारो इन्हें कोई नहीं रोकेगा, कुछ होगा तो हम देख लेंगे। अभी किसी मामले में वे जेल गए थे। तो जमानत कराई हमने। उन्होंने आंदोलन चलाने की बात पर बोला कि, आंदोलन ऐसे नहीं चलते, उसके लिए पूरी रुपरेखा तैयार करनी पड़ती है।
3 बार विधायक रह चुके है आहूजा
बता दें कि ये विवादित बयान देने वाले ज्ञानदेव आहूजा का नाता विवादों का पुराना नाता है। ये रामगढ़ से 3 बार विधायक रह चुके हैं। इस विवादित बयान को लेकर फिलहाल अभी भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन आडूजा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
क्या था मॉब लिंचिग का पूरा मामला
दरअसल गोविन्दगढ़ थाना क्षेत्र के रामबास गांव में चोर समझ शौच के बाद घर जा रहे एक व्यक्ति को लोगों ने इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। जिले के रामबास गांव में चिरंजीलाल (45) की एक समुदाय के लोगों ने 14 अगस्त को बहुत पिटाई की, सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने मंगलवार सुबह मुख्य रास्तों पर जाम लगा दिया। कस्बे के बाजार भी बंद कर दिए गए। बाद में प्रशासन मुआवजे का प्रस्ताव सरकार को भेजने के आश्वासन पर रास्ता खोला गया।
घर में अकेला कमाने वाला था
मृतक चिरंजीलाल रविवार सुबह करीब 5 बजे घर के पास खेत में शौच करने गया था। इस दौरान स्कॉर्पियो और पिकअप में सवार होकर आए 20-25 लोगों ने खेत में ही उसे बेरहमी से पीटा। चीख-पुकार सुनकर लोग भागकर खेत में पहुंचे तो चिरंजीलाल वहां अधमरा पड़ा था। आरोपी भी वहीं खड़े थे और चिरंजीलाल पर ट्रैक्टर चोरी का आरोप लगा रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने बेहाल पड़े चिरंजीलाल को अस्पताल भेजा। जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई। चिरंजीलाल के बेटे योगेश ने बताया कि पुलिस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह एफआईआर का इंतजार करती रही। दोषी बेखौफ घूमते रहे। मृतक चिंरजीवी 11 सदस्यों के परिवार में अकेला कमाने वाला था, जो सब्जी बेच कर अपने परिवार का गुजारा करता था।
मृतक के पुत्र ने दर्ज कराई रिपोर्ट
अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि योगेश ने सोमवार को गोविंदगढ़ थाने में ट्रैक्टर मालिक विक्रम खान पुत्र जुम्मे खान निवासी उलाहेड़ी थाना सदर अलवर सहित 15 से 20 आदमियों की ओर से लाठी, फरसी, सरिए से पिता चिंरजीलाल के साथ मारपीट करने का मामला दर्ज कराया है। पीड़ित पक्ष और उसके रिश्तेदार इलाज के लिए गए हुए थे। इस स्थिति में रिपोर्ट नहीं दी गई थी सोमवार को रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। पुलिस ने धारा 147, 148, 149, 302 आईपीसी मे मामला दर्ज कर जांच गोविंदगढ़ थानाधिकारी को दी गई है। मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।