आगरा। उत्तरप्रदेश के आगरा में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां रामलीला के दौरान हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने के मिला। रामलीला मैदान में सीता हरण के मंचन के दौरान अचानक एक जीआरपी का सिपाही मंच पर पहुंच गया और रावण से भिड़ गया। सिपाही ने रावण से कहा, ‘मैं हनुमान भक्त हूं और माता सीता को नहीं ले जाने दूंगा।’ इसके बाद रामलीला मंच पर तनातनी शुरू हो गई। मामला सामने आने के बाद सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही घटना के विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
रावण से भिड़ गया सिपाही…
दरअसल, गुरुवार रात करीब 9 बजे रामलीला कार्यक्रम चल रहा था। उस समय रामलीला में सीताहरण का सीन हो रहा था। रावण सीताहरण करने आया था। इसी दौरान जीआरपी थाने में तैनात कांस्टेबल हरिशचंद अचानक मंच पर पहुंच गया। वह रावण का किरदार निभा रहे कलाकार से भिड़ गया। सिपाही रावण से बोला, ‘सीता माता को ले जाने नहीं दूंगा।’
वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह उसे समझाकर मंच से हटाया। इसके बाद भी वह मंच के किनारे पर खड़ा हो गया और वहां से इशारा करने लगा। इसके बाद विधायक और रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने सिपाही को हटाया। लेकिन, सिपाही फिर भी नहीं माना। इसके बाद वह फिर से मंच पर आ गया। विधायक ने फिर से उसे हाथ पकड़कर वहां से हटाया। इसके बाद रामलीला कमेटी के लोग भी आ गए। उन लोगों ने सिपाही को बड़ी मुश्किल से हटाया।
विधायक बोले- सिपाही नशे में था, उसे कुछ होश नहीं…
इधर जब मामले की पड़ताल की गई तो विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि कांस्टेबल बहुत नशे में था। उसे समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन, उसे कुछ होश नहीं है। कल की रामलीला में सीता हरण का मंचन नहीं था। कल तो राम जन्म की लीला था। पुलिस कमिश्नर को उसकी हरकत के बारे में तत्काल अवगत कराया गया था।
सिपाही बोला-मैं हनुमानजी का भक्त, मुझसे देखा नहीं गया…
वहीं मामला सामने आने के बाद सिपाही हरिशचंद का कहा कि, वह हनुमान जी का भक्त है। रावण सीता को ले जा रहा था, यह मुझसे देखा नहीं गया। उसने शराब नहीं पी थी। उसने बताया कि वह हनुमान जी का पाठ भी करता है। वह भारत का नागरिक है और किसी की मां-बहन के साथ ऐसी हरकत होते नहीं देख सकता। इससे वह बहुत आहत है। अब वह वीआरएस लेकर साधु बनेगा।
वहीं, जीआरपी सीओ विजय कुमार का कहना है, वीडियो सामने आने के बाद सिपाही हरिशचंद्र को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।