इंग्लैंड के खिलाफ रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया है। भारत के लिए इस मुकाबले में डेब्यू करने वाले बंगाल के तेज गेंदबाज आकाश दीप (Akash Deep) ने कहर बरपाती खतरनाक गेंदबाजी की है और इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया है।
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बिहार के सासाराम के रहने वाले देशी छोरा आकाशदीप के लिए यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था। आर्थिक तंगी और पारिवारिक समस्याओं के चलते आकाशदीप को अपना सपना पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी है। आकाशदीप का बचपन से ही देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना था।
आकश दीप का क्रिकेट खेलने का सपना था लेकिन गरीबी के चलते पिता उनका सपोर्ट नहीं करते थे। ऐसे में जॉब के लिए वो घर छोड़कर सासाराम से दुर्गापुर चले गए। जहां उनके चाचा ने उनका खर्च उठाया और उन्हें सपोर्ट किया। वहां पर उन्होंने क्रिकेट एकेडमी जॉइन की और क्रिकेट बनाने का सपना देखना शुरू किया। लेकिन इस दौरान उनके पिता का हार्ट अटैक से निधन हो गया, इस सदमे से वो उभर भी नहीं पाये थे कि 2 महीने बाद उनके बड़े भाई का भी निधन हो गया। इसके बाद वो पूरी तरह से टूट गए थे।
घर में मां अकेली हो गई और उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझने लगा। जिसकी वजह से आकाश दीप ने क्रिकेट छोड़ और सासाराम वापस लौट गए। 3 साल तक आकाश दीप क्रिकेट के मैदान में वापस नहीं गए। लेकिन क्रिकेटर बनने की जिद के आगे संघर्ष ने भी घुटने टेक दिए और वो कोलकाता चले गए। यहां आकाशदीप ने एक छोटा कमरा किराया पर लिया और अपने चचेरे भाई के साथ रहने लगे। इसके बाद वो आगे बढ़ते चले गए।
शानदार प्रदर्शन के चलते उन्होंने बंगाल की अंडर-23 टीम में जगह बना ली। जिसके बाद उन्हें रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने का मौका मिला। दिसंबर 2019 में उन्होंने फर्स्ट क्लास में डेब्यू किया और शानदार प्रदर्शन किया। जिसकी वजह से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर (आरसीबी) की नजरों में आ गए और 2022 के आईपीएल ऑक्शन में उन्हें फ्रेंचाईजी ने खरीद लिया। जिसमें उनका प्रदर्शन अच्छा खासा रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे चौथे टेस्ट में आकाश दीप ने कमाल की गेंदबाजी की है। उन्होंने 13 ओवर में 47 रन देकर 3 विकेट चटकाए है।