Patra Chawl Scam : पात्रा चॉल मामले में आरोपित संजय राउत ( Sanjay Raut ) की पत्नी वर्षा राउत से मुंबई स्थित ED दफ्तर पहुंच चुकी हैं। पात्रा चॉल घोटाले मामले में ED वर्षा से पूछताछ कर रही है। इससे पहले संजय राउत से ED ने पूछताछ की थी औऱ उन्हें PMLA कोर्ट में पेश किया था जिसके बाद उन्हें 8 अगस्त तक रिमांड पर भेजा गया है। अब आज वर्षा ( Varsha Raut ) से पूछताछ हो रही है।
वर्षा राउत पर क्या है आरोप?
गुरु आशीष कंस्ट्रक्शंस ( Guru Ashish Construction ) के निदेशकों में से एक प्रवीण राउत का नाम पहले पीएमसी बैंक (पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक) घोटाले में भी सामने आया था। आरोप है कि राउत की पत्नी ने माधुरी ने 2010 में संजय राउत की पत्नी वर्षा के नाम पर 55 लाख रुपए का कर्ज ब्याज मुक्त दिया था। इन पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा गया. आरोप लगे हैं कि इन्हीं पैसों में अलीबाग में भी फ्लैट लिए गए। इसमें MHADA की अनुमति के बगैर ही 458 घरों की बुकिंग की बात की गई, जिसके जरिए उन्होंने 138 रुपए इकट्ठे किए। इसी मामले ED यह कार्रवाई कर रहा है।
इस मामले में ED ने अभी तक 11 करोड़ 15 लाख रुपए की संपत्ति अटैच की है। इसमें से 9 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी प्रवीण राउत की है। और 2 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति संजय राउत की पत्नी वर्षा की है। प्रवर्तन निदेशालय ने संजय के दादरी और अलीबाग में स्थित फ्लैट्स को कुर्क कर लिया है। इस मामले में ED ने वर्षा से पहले भी पूछताछ भी की है।
क्या है जमीन घोटाले की पूरा मामला?
जिस मामले को लेकर हर तरफ इतनी हायतौबा मची हुई है दरअसल वो मामला पात्रा चॉल जमीन घोटाले का है। जिसमें 1,034 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था। इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानि ED कार्रवाई कर रहा है। इसकी शुरुआत साल 2007 में हुई थी जब MHADA यानी महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से निर्माण के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। पात्रा चॉल यानि बिल्डिंग निर्माण का यह ठेका गुरु आशीष कंस्ट्रक्शंस नाम की कंपनी ने लिया था। इसके तहत 47 एकड़ की जमीन पर 672 किराएदारों के फ्लैट बनाने थे।
इसके साथ ही 3 हजार फ्लैट बनाकर MHADA को भी देने थे। लेकिन गुरु आशीष कंस्ट्रक्शंस ने कोई बिल्डिंग नहीं बनाई। इस कंपनी पर पात्राचॉल की जमीन को 8 बिल्डरों को बेचने का आरोप लगा है। गुरु आशीष HDIL ( हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) की सहयोगी कंपनी है। इस कंपनी के निदेशकों में से एक प्रवीण राउत की गिरफ्तारी हो चुकी है। बता दें कि प्रवीण राउत का नाम पहले पीएमसी बैंक (पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक) घोटाले में भी सामने आया था।