Ganesh Chaturthi 2024: इस बार गणेश चतुर्थी सात सितंबर को मनाई जाएगी. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ये पर्व मनाया जाता है. इस बार इस दिन दुर्लभ ब्रह्म व इंद्र योग सहित सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग भी बन रहे हैं. इस बार भद्रावास का भी संयोग है, क्योंकि भद्रा पाताल में स्थित रहेगी. पंडित घनश्याम शर्मा ने बताया कि गणेश पूजन व घर में गणपति की स्थापना के लिए सुबह 11.03 बजे से दोपहर 1.34 बजे तक का मुहूर्त शुभ रहेगा. चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 03.31 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 7 सितंबर को शाम 5.37 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी.
इंद्र योग का निर्माण हो रहा
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि सात सितंबर को देर रात 11.17 मिनट तक ब्रह्म योग रहेगा. इसके बाद इंद्र योग का निर्माण हो रहा है. गणेश चतुर्थी को लेकर प्रदेश भर में में तैयारियां जोरों पर हैं. महोत्सव के लिए कलाकारों द्वारा बप्पा की मूर्तियां भी बनाई जा रही हैं.
दोपहर 12.34 बजे से बनेगा सर्वार्थ सिद्धि योग
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि गणेश चतुर्थी के दिन एक साथ चार शुभ योग बनने से पर्व और भी खास बन रहा है. गणेश चतुर्थी पर ब्रह्म व इंद्र योग के साथ ही रवि व सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहे हैं. सुबह 6.02 बजे से 11.17 बजे तक ब्रह्म योग बन रहा है. इसके बाद इंद्र योग बनेगा. साथ ही सुबह 6.02 बजे से रात 12.34 बजे तक रवि योग बन रहा है. दोपहर 12.34 से आठ सितंबर की सुबह 6.03 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. इस दिन नए वाहन, प्रोपर्टी खरीदना व नया काम शुरू करना बेहद शुभ रहेगा. शुभ कार्य के लिए मुहूर्त निकलवाने की जरूरत भी नहीं रहेगी.