Education News: राजस्थान में हर वर्ष कक्षा आठवीं पास कर चुकी छात्राओं को नवी कक्षा में एडमिशन लेने पर राज्य सरकार की ओर से साइकिल दी जाती है और यह साइकिल छात्राओं को नि:शुल्क वितरित की जाती है लेकिन साइकिल के पीछे हमेशा सियासत गरमाई रहती हैं और इसकी वजह है साइकिल के कलर को लेकर जो की एक बार फिर से बदला जा रहा है साइकिल का रंग केसरिया किया जा रहा है.
मंत्री दिलावर ने कांग्रेस पर साधा निशाना
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक बार फिर साइकिल के रंग बदलने को लेकर कहा कि साइकिल का रंग केसरिया किया जाएगा इस संबंध में मंत्री दिलावर ने कहा कि रंग बदलने के पीछे कोई खास मकसद या फिर कोई राजनीतिक मकसद नहीं है बल्कि साइकिल का पहले भी केसरिया था जिसे कांग्रेस सत्ता में आने के बाद इसका रंग बदलकर काला कर दिया, ऐसे में इन साइकिलों का रंग दोबारा केसरिया किया जा रहा है.
केसरिया रंग शौर्य और वीरता का प्रतीक: दिलावर
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि केसरिया रंग शौर्य और वीरता का प्रतीक है और जब हमारा देश आजाद हुआ था तब भी यही केसरिया रंग पहनकर देशभक्ति क्रांतियां क्या करते थे और जब अग्नि प्रज्ज्वलित होती है वह भी केसरिया रंग में ही होती है सूर्य भगवान पूरे विश्व में प्रकाश देते हैं उनका उदय और अस्त भी केसरिया रंग में होता है तो इसी को लेकर केसरिया रंग हमारा सूर्य का प्रतीक है.
राज्य सरकार का बढ़ेगा का आर्थिक भार
छात्राओं को दी जाने वाली साइकिल का रंग केसरिया करने पर राज्य सरकार को आर्थिक भार की बढ़ेगा, प्रदेश में इस बार करीब 8 लाख छात्राओं को ये साइकिल वितरित होगी. हालांकि, साइकिलों का कलर बदलने की वजह से प्रति साइकिल 76 रूपए बढ़े हैं जो साइकिल पहले 3857 रुपये की खरीदी गई थी. उसके लिए अब राज्य सरकार को 3933 रुपये कीमत देनी होगी. जिससे की आर्थिक भार बढेगा.