Rajasthan By Election 2024: राजस्थान उपचुनाव में खींवसर विधानसभा में इस बार मुकाबला बेहद रोचक बन गया है. कांग्रेस पार्टी ने इस बार अपने मजबूत प्रत्याशी के तौर पर रतन चौधरी को मैदान में उतारा है. तो भाजपा ने रेवंत राम डागा को मैदान में उतारा है तो वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने हनुमान बेनीवाल की पत्नी का कनिका बेनीवाल को चुनावी मैदान में उतारा है इसके बाद इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया. इसके बाद हनुमान बेनीवाल लगातार रात-दिन चुनावी रैलियां कर रहे हैं.
20 साल का संघर्ष खत्म हो जाएगा
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमों हनुमान बेनीवाल ने प्रचार के दौरान कहा कि इस बार अगर RLP खींवसर से चुनाव हार गई तो मेरा 20 साल का संघर्ष खत्म हो जाएगा. लोग कहेंगे कि हनुमान 20 साल लड़ा और अंत में खींवसर की सीट भी चली गई. इसलिए आप लोग यह सुनिश्चित कर लो की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की जीत हो और मैं 4 साल राजस्थान की सड़कों पर बजरी माफियाओं के खिलाफ लड़ता रहूं.
BJP को इस चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ेगा
खींवसर में आयोजित एक चुनावी सभा में बेनीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में हर भी जाती है तो उसको कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को फर्क पड़ेगा. क्योंकि अगर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी हारती है तो मेरा यहां पर 20 साल से किया हुआ संघर्ष खत्म हो जाएगा और आपके लिए सड़कों पर कोई नहीं लड़ेगा.
47 साल पुरानी विरासत
हनुमान बेनीवाल राजनीतिक घराने से आते हैं और उनकी यह विरासत 47 साल पुरानी है. बेनीवाल के पिता रामदेव बेनीवाल दो बार विधायक रहे हैं. 1977 में रामदेव बेनीवाल ने मुंडावा सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता और बाद में 1985 में वो लोकदल से विधायक रहे. 2008 में परिसीमन के बाद इस सीट को खींवसर विधानसभा सीट बना दिया गया और बेनीवाल भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह पर जीत कर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे.