जयपुर। राजस्थान सरकार अगले महीने से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के कुछ चयनित परिवारों को घर बैठे राशन उपलब्ध करवाएगी। सरकार ने अपने पहले बजट में इसको लेकर घोषणा की थी, जिसकी पालना में ये शुरुआत की जा रही है। इस योजना के तहत उन परिवारों को घर बैठे राशन (गेहूं) उपलब्ध करवाया जाएगा, जिनके परिवार में 18 वर्ष से कम और 60 साल से अधिक आयु के सीनियर सिटीजन या विशेष योग्यजन हैं।
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खाद्य विभाग के उपायुक्त आशीष वर्मा ने बताया कि हमने सभी संबंधित जिला रसद अधिकारियों को जुलाई से वितरित होने वाले राशन को चिह्नित परिवारों को वितरित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में तीनों श्रेणियां में 9 लाख से ज्यादा परिवारों को इसका लाभ मिलेगा। गेहूं की डिलिवरी बैग में की जाएगी और इसके लिए राशन डीलर्स को अलग से मानदेय भी मिलेगा।
इन कैटेगरी के परिवारों को मिलेगा राशन
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत आने वाले पात्र सीनियर सिटीजन, दिव्यांग और 18 साल से कम उम्र के लाभार्थियों को गेहूं के लिए हर माह राशन दुकानों के बाहर कतारों में नहीं लगना पड़ेगा। गेहूं की होम डिलीवरी पर राशन डीलर को प्रति लाभार्थी कमीशन मिलेगा। इस योजना से 9 लाख 14 हजार 452 ऐसे पात्र परिवारों के 14 लाख 46 हजार 283 मेंबर लाभांवित होंगे। सबसे ज्यादा जयपुर जिले में 72 हजार 253 पात्र परिवार हैं।
ये मिलेगा मानदेय
खाद्य विभाग के उपायुक्त ने बताया कि एक उचित मूल्य की दुकान पर तय की गई श्रेणी के राशन कार्ड की संख्या एक से दो है तो उन्हें 80 रुपए प्रति राशन कार्ड मानदेय मिलेगा। इसी तरह तीन से पांच राशन कार्ड होने पर दो सौ रुपए मानदेय और 6 से 10 राशन कार्ड होने पर 300 रुपए मानदेय मिलेगा। इसी तरह यदि किसी राशन दुकान पर 10 से ज्यादा राशन कार्ड की संख्या है तो ऐसे डीलर्स को 300 रुपए के साथ 20 रूपए अतिरिक्त मानदेय मिलेगा।
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