LPG Gas Cylinder Relief: राजस्थान की भाजपा सरकार सरकार ने महंगाई के इस दौड़ में एक बड़ी राहत कहीं जा सकती है जो राजस्थान के लोगो को देने की घोषणा की है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान के लाखो परिवारों को एक बड़ी खुशखबरी के तौर पर गैस सिलेंडर के दामों में राहत देने का काम किया है। 1 सितंबर से कई लोगों को सस्ता गैस सिलेंडर उपलब्ध होगा। दरअसल 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने की योजना का दायरा बढ़ गया है। विधानसभा में सीएम भजनलाल शर्मा ने इसको लेकर बड़ी घोषणा की थी।
बची हुई राशि पुनः सब्सिडी के रुप में आयेगी अकाउंट में
राजस्थान में नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट से जुड़े परिवारों को सरकार अगले महीने की 1 तारीख से सस्ते रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाएगी। सरकार ने बीपीएल और उज्जवला कनेक्शनधारियों के साथ अब इन परिवारों को भी इसमें जोड़ लिया है। हालांकि, इन परिवारों को पहले सिलेंडर के उतने ही पैसे देने होंगे उसके बाद जो बची हुई राशि होगी वो सब्सिडी सीधी अकाउंट में आ जाएगी।
इतने में आएगा अब गैस सिलेंडर
ऐसे में विभाग की गाइडलाइन के अनुसार ऐसे हर परिवार को हर महीने 1 सिलेंडर 450 रुपए में दिया जाएगा। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की गाइडलाइन के अनुसार सभी 68 लाख परिवारों को सिलेंडर 450 रुपए में दिए जाएंगे, लेकिन इन परिवारों को सिलेंडर डिलीवरी करने वाले को तो उतने ही पैसे देने पड़ेंगे जितना सामान्य परिवार देते हैं, लेकिन डिफरेंस राशि यानी सब्सिडी का पैसा लाभार्थी के सीधे खाते में ट्रांसफर हो जाएगा, जिससे सब्सिडी के माध्यम से उन्हें सिलैंडर 450 रूपए का ही पड़ेगा.
जानिए सरकार पर आएगा कितने करोड का भार
आंकड़ों के लिहाज से बात की जाए तो अभी राजस्थान में नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के 1 करोड़ 7 लाख 35 हजार से ज्यादा परिवार हैं, इसके अलावा उज्जवला और बीपीएल कनेक्शन के करीब 70 लाख परिवार हैं जिन्हें पहले से ही 450 का सिलेंडर दिया जा रहा हैं, लेकिन अब 450 की कीमत का सिलेंडर नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट में शामिल परिवारों को भी मिलेगा, जिनकी संख्या 68 लाख हैं. 68 लाख अतिरिक्त परिवारों को 450 रुपए में सिलेंडर देने पर प्रदेश सरकार के वित्तीय कोष पर करीब 200 करोड़ रुपए का भार आएगा.
जानिए अभी क्या है कीमत
अभी 14.5KM का घरेलू रसोई गैस सिलेंडर 806.50 रुपए में और कामर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 1680 रुपए हैं, गैस कनेक्शन उपभोक्ता की खपत, डिमांड और गैस उत्पादन और गैस कंपनियों के समय समय पर रिव्यू के हिसाब से गैस की कीमतों में बढ़ोतरी और कमी होती रहती हैं.