राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में 7 विधानसभा क्षेत्रों में 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग और 40% से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा उपलब्ध
Rajasthan Assembly By-election :राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में 7 विधानसभा क्षेत्रों में 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग और 40% से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। ये मतदाता 23 अक्टूबर तक निर्धारित प्रपत्र 12डी के माध्यम से बीएलओ के जरिए आवेदन कर सकते हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पात्र मतदाताओं को नियमानुसार होम वोटिंग की सुविधा प्रदान की जाए, ताकि उन्होंने कहा कि सशक्त लोकतंत्र के लिए चुनाव प्रक्रिया को समावेशी और अधिकतम मतदाताओं की भागीदारी के लिए सुलभ बनाना आवश्यक है।
अब तक कुल 2,431 आवेदन प्राप्त हुए
मुख्य निर्वाचन अधिकारी महाजन के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर होम वोटिंग के लिए निर्धारित प्रक्रिया के तहत उपचुनाव के लिए निर्धारित प्रपत्र 12डी में आवेदन बुधवार तक किए जा सकते है। सोमवार तक होम वोटिंग के लिए कुल 2,431 मतदाताओं की ओर से बीएलओ के माध्यम से आवेदन प्राप्त हुए हैं, इनमें 85 वर्ष से अधिक आयु के 1,663 और 768 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं।
शतायु मतदाता सम्मान कार्यक्रम
उल्लेखनीय है कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन की पहल पर बीते दिनों राजस्थान में 100 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं का अभिनन्दन किया गया। 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के मौके पर राज्य में कुल 11,164 शतायु मतदाताओं का सम्मान किया गया।
लोकतंत्र में भागीदारी बढ़ाने की प्रेरणा
लोकतंत्र में भागीदारी बढ़ाने की प्रेरणा मुख्य निर्वाचन अधिकारी महाजन ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों द्वारा विभिन्न चुनावों के दौरान मतदान के जरिए निर्वाचन प्रक्रिया में सहभागिता और लोकतंत्र को मजबूत करने की प्रतिबद्धता का सम्मान करने के साथ ही नई पीढ़ी को मतदान के प्रति जागरूक करना है। निर्वाचन विभाग की ओर से वृद्धजनों का अभिनन्दन करने पर उनके परिजनों, पड़ोसियों सहित अन्य युवाओं को भी मतदान के जरिए लोकतंत्र में भागीदारी बढ़ाने की प्रेरणा मिलेगी।
घर पर जाकर भेंट किए गए अभिनन्दन-पत्र
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन के अनुसार, सम्मान कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का आयोजन जिला और ब्लॉक स्तर से लेकर बूथ स्तर तक किया गया, जिसमें वृद्ध मतदाताओं को शाल, श्रीफल, और अभिनंदन पत्र भेंट किए गए। जिन मतदाताओं की शारीरिक स्थिति के कारण पोलिंग बूथ या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर आना संभव नहीं था, उन पर विशेष ध्यान दिया गया। बीएलओ और अन्य अधिकारियों ने उनके घर पर जाकर उन्हें अभिनंदन पत्र भेंट किए, जिससे उनके प्रति सम्मान और समावेशिता को बढ़ावा मिला।