निर्वाचन आयोग के आर्थिक ब्यौरे के अनुसार अमराराम की पत्नी के पास खाते में मात्र 400 और अमराराम के पास 36.98 लाख है
LOKSABHA ELECTION: राजस्थान की सीकर लोकसभा सीट पर माकपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर इंडिया एलाइंस की ओर से भाजपा के प्रत्याशी सुमेधानंद सरस्वती को हराने के लिए कॉ. अमराराम को चुनावी मैदान में उतारा है. इससे पहले भी अमराराम माकपा की टिकट से कई बार सीकर से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें एक बार भी जीत हासिल नहीं हुई है.
माकपा आर्थिक रूप से सबसे कमजोर पार्टी
भारत में माकपा को सबसे गरीब पार्टियों में से एक माना जाता है. निर्वाचन आयोग के डाटा के अनुसार माकपा चुनाव के दौरान अन्य पार्टियों के मुकाबले कम पैसा खर्च करती है. अभी तक एसबीआई के इलेक्टोरल बॉन्ड से भी माकपा को चंदे के रूप में एक रुपया भी नहीं मिला है. हालांकि इससे पहले माकपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड से चंदा देने से इनकार कर दिया था. इसलिए माकपा पार्टी की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने के कारण वह अपने प्रत्याशियों को अपने स्तर पर ही चुनाव लड़ने के लिए कह रही थी.
पार्टी के पास पैसा नहीं लेकिन अमराराम चुनाव में खर्च कर रहे लाखों
निर्वाचन आयोग के आर्थिक ब्यौरे के अनुसार अमराराम की पत्नी के पास खाते में मात्र 400 और अमराराम के पास 36.98 लाख है. लेकिन कांग्रेस गठबंधन के बाद इस बार अमराराम शेखावाटी में देवेंद्र झाझरिया के बाद दूसरे सबसे ज्यादा पैसे खर्च करने वाले प्रत्याशी बन गए हैं. अमराराम ने अब तक 51.67 लख रुपए खर्च किए हैं. इन्होंने सबसे ज्यादा खर्चा गाड़ियों में किया है.
गोविंद सिंह डोटासरा का मिला सपोर्ट
इंडिया एलाइंस के प्रत्याशी अमराराम को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का पूरा साथ मिल रहा है. अमराराम के नामांकन के दौरान गोविंद सिंह डोटासरा ने जनसभा को संबोधित करते हुए क्राउड फंडिंग की अपील की थी, इसके बाद अमराराम को लाखों रुपए का चंदा चुनाव लड़ने के लिए मिला था.