जयपुर। नीट-यूजी में राजस्थान देशभर में तीसरे स्थान पर रहा है। राज्य के एक लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने इस कठिन परीक्षा को पास किया है। जयपुर के पार्थ खंडेलवाल ने आल इंडिया रैंक-10 हासिल की है। साथ ही पुरु खंडेलवाल 58वीं रैंक हासिल की है। इन्हें मिलाकर चार विद्यार्थियों ने टॉप 100 में जगह बनाई है। प्रियांशी गर्ग ने 66वीं व वेदिका गुप्ता ने 79वीं रैंक हासिल की है। इनके साथ ही अन्य सफल स्डटूेंट्स के घरों आैर संस्थानों पर बुधवार को दिनभर उल्लास का माहौल रहा। इन्हें बधाई देने के लिए लोगों को तांता लगा रहा। इन छात्रों ने अपने जूनियर्स के साथ अपने सक्सेस मंत्र साझा किए और परीक्षा को पास करने के टिप्स बताए।
यह खबर भी पढ़ें:-NEET-UG का रिजल्ट जारी, नीट में प्रभंजन जे और वरुण टॉपर
कंसिस्टेंट हार्डवर्क ही सफलता की कुंजी: पार्थ
आल इंडिया पर रेंक- 10 हासिल करने वाले पार्थ खंडेलवाल ने बताया कि यदि संगति अच्छी है तो आपका सब अच्छा होगा। मुझे अच्छेदोस्त, अच्छी फैकल्टीज और अच्छी फैमिली मिली। बड़ी बहन जाह्नवी खंडेलवाल मुझे इंस्पायर करती हैं जो एमबीबीएस कर रही हैं। पार्थ ने बताया कि नियमित हार्डवर्क ही सफलता की कुंजी है। मैने कभी घड़ी देखकर पढ़ाई नहीं की। उन्होंने बताया कि मैं फिलहाल दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करना चाहता हूं और न्यूरो या कार्डियोलॉजी में जाना चाहता हूं।
रिलेक्स होकर तैयारी करना फायदेमंदः पुरू
आल इंडिया रैंक 58 हासिल करने वाले पुरू खंडेलवाल ने कहा कि यदि रिलेक्स होकर बिना किसी तनाव के पढ़ाई की जाए तो बहुत आसानी से सबकु छ समझा जा सकता है। यही सफलता का कारण भी बनता है। मेरी प्रॉब्लम सॉल्वग एप्रोच अलग है, स्ट्रेटजी अच्छी बना लेता हूं। जब नीट की तैयारी शुरू की तो इनऑर्गेनिक के मेस्ट्री में दिक्कत आती थी। उन्होंने कहा कि फुटबॉल और क्रिकेट पसंद है। जब भी लगता था बहुत पढ़ाई हो गई तो रिलेक्स रहने के लिए फैमिली के साथ टाइम बिताता था। एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करना चाहता हूं।
यह खबर भी पढ़ें:-MNIT में एन-लीप वर्कशॉप में जुटे शिक्षाविद्, एजुकेशन, रैंकिंग फ्रेमवर्क और वर्किंग कल्चर पर हुई चर्चा
रावत पब्लिक स्कूल की मेहा का सलेक्शन
रावत पब्लिक स्कूल प्रताप नगर की छात्रा मेहा चौधरी का नीट यूजी में चयन हुआ है। मेहा ने बताया कि वह भविष्य में न्यूरोसर्जन बनना चाहती है। रावत एजुकेशनल ग्रुप के निदेशक नरेंद्र सिंह रावत ने मेहा की उपलब्धि पर बधाई दी और कहा कि विद्यालय में प्रारंभिक स्तर से ही विद्यार्थियों को इस तरह से गाइड किया जाता है जिससे वे हर प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार हो सकें। उन्होंने इस सफलता में शिक्षकों के दिशा निर्देशन की भी सराहना की।