…हुक्मरानी पर तुम्हें गुरूर, केन्द्र सरकार पर विशेष सत्र में बरसे खरगे, बोले- हालात बदलो, नाम बदलने से क्या…

“नेहरू जी का मानना था कि मजबूत विपक्ष की अनुपस्थिति का अर्थ है कि व्यवस्था में महत्वपूर्ण खामियां हैं। अगर मजबूत विपक्ष नहीं है तो यह ठीक नहीं है।

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Parliament Special Session: “नेहरू जी का मानना था कि मजबूत विपक्ष की अनुपस्थिति का अर्थ है कि व्यवस्था में महत्वपूर्ण खामियां हैं। अगर मजबूत विपक्ष नहीं है तो यह ठीक नहीं है। अब जब एक मजबूत विपक्ष है, तो ED, CBI के माध्यम से इसे कमजोर करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।” संसद के विशेष सत्र में कुछ इस तरह से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केन्द्र सरकार पर मंहगाई, बेरोजगारी, ED, CBI के मामले पर सरकार पर निशाना साधा है।

‘9 साल में महज दो बार ही बोले पीएम मोदी’

मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि “अटल जी ने 21 बार, मनमोहन सिंह ने 30 बार, लेकिन पीएम मोदी ने सिर्फ 2 बार बयान दिया, ये लोकतंत्र है? हम महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय G20 के बारे में बात करने में व्यस्त हैं”

कविता के माध्यम से सरकार को घेरा

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज कविता के माध्यम से सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ कर नहीं सकते तो कुर्सी छोड़ दो, बात-बात पर डराने से क्या होता है?, अपनी हुक्मरानी पर तुम्हें गुरूर है, लोगों को डराने-धमकाने से क्या होता है? बदलना है तो हालात बदलो, ऐसे नाम बदलने से क्या होता है ? देना है तो युवाओं को रोजगार दो, सबको बेरोज़गार करके क्या होता है ? दिल को थोड़ा बड़ा करके देखो लोगों को मारने से क्या होता है ?

महिला आरक्षण बिल को लेकर भी रखी बात

आगे उन्होने कहा कि हम बहुत दिनों से महिला आरक्षण बिल लाने की कोशिश कर रहे हैं। इस समय राज्यसभा में 10 % महिला और लोकसभा में 14% महिला सांसद हैं। वहीं विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी 10% है। 1952 में नेहरू जी के प्रधानमंत्री काल में केवल 5% महिलाएं सांसद थीं, लेकिन 70 साल बाद भी यह आंकड़ा 14%-15% के अंदर ही है।

पीएम मणिपुर क्यों नहीं जाते- मल्लिकार्जुन खड़गे

खड़गे ने कहा, ”मणिपुर जल रहा है। वहां 3 मई से दंगे हो रहे हैं, वहां भी लोग मारे जा रहे हैं, घर जलाए जा रहे हैं. आज भी एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस पर चर्चा होनी चाहिए और पीएम को इस पर बयान देना चाहिए। उन्होंने पूछा कि वह (पीएम मोदी) देश के हर कोने में जाते हैं, लेकिन मणिपुर क्यों नहीं जाते?