Who is Dinesh Arora: दिल्ली में कथित शराब घोटाले के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनसे 10 घंटे तक लंबी पूछताछ की। यह घटनाक्रम पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के उसी शराब घोटाले में जेल जाने के बाद हुआ है। अब संजय सिंह के भी हिरासत में होने से जांच में तेजी आती दिख रही है।
ईडी मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से कर रही है जांच
ईडी वर्तमान में इस कथित घोटाले के ढांचे के भीतर मनी लॉन्ड्रिंग के संभावित मामलों की जांच कर रही है। हाल ही में औपचारिक आरोप दायर किए गए थे और सिंह का नाम मामले में प्रमुखता से आया था। मुख्य गवाह से सरकारी गवाह बने दिनेश अरोड़ा को सिंह की कथित संलिप्तता को उजागर करने में महत्वपूर्ण माना जाता है।
अरोड़ा ने ईडी को दिए अपने बयान में खुलासा किया कि वह एक कार्यक्रम में संजय सिंह से मिलीं, जिसके बाद वह मनीष सिसोदिया से उनके रेस्तरां में आयोजित एक पार्टी में मिलीं। यह कार्यक्रम दिल्ली चुनाव से पहले फंड जुटाने के लिए आयोजित किया गया था।
चार्जशीट में दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
चार्जशीट के मुताबिक, ”दिनेश अरोड़ा की पहली मुलाकात संजय सिंह से हुई थी। उनकी मुलाकात मनीष सिसौदिया से उनके रेस्टोरेंट में एक पार्टी के दौरान हुई थी। सिंह की सिफारिश पर अरोड़ा ने कई रेस्तरां मालिकों से बात की थी। अरोड़ा ने दिल्ली चुनाव के लिए पार्टी फंड जुटाया। ईडी का तर्क है कि बदले में, संजय सिंह ने दिनेश अरोड़ा के लिए उत्पाद शुल्क विभाग से संबंधित एक लंबित मामले को निपटाने में मदद की।
बिजनेस सर्किल में अरोड़ा का दबदबा
दिनेश अरोड़ा दिल्ली के व्यापारिक परिदृश्य में एक प्रमुख व्यक्ति हैं, विशेष रूप से रेस्तरां उद्योग में प्रसिद्ध हैं। वह 2009 से इस क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, जब उन्होंने दिल्ली के हौस खास इलाके में अपने पहले कैफे का उद्घाटन किया था। उनके इंस्टाग्राम प्रोफाइल से पता चलता है कि वह ‘चिका दिल्ली’, ‘अनप्लग्ड कोर्टयार्ड’ और ‘ला रोका एयरोसिटी’ के प्रबंध निदेशक हैं।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की माने तो दिनेश अरोड़ा राधा इंडस्ट्रीज में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त, उनके पास नेशनल रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) की समिति की सदस्यता भी है। गौरतलब है कि जुलाई 2018 में अरोड़ा ने ईस्टमैन कलर रेस्टोरेंट प्राइवेट लिमिटेड की भी स्थापना की थी।