दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को आज राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद सिसोदिया को 5 अप्रैल तक के फिर से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार कोर्ट से ED ने रिमांड भी नहीं मांगी थी लेकिन अब कोर्ट के आदेश के बाद 5 अप्रैल में रहना होगा।
पढ़ने के लिए मांगी किताबें
कोर्ट में पेशी के दौरान सिसोदिया ने जब से जेल में पढ़ने के लिए कुछ और किताबों की मांग की। इसके लिए उन्होंने एप्लीकेशन दी। इस पर कोर्ट ने कहा कि मनीष सिसोदिया जो किताबें चाहते हैं वह उन्हें दी जाएँ। बता दें कि बीते 21 मार्च को मनीष सिसोदिया ने जमानत के लिए अर्जी डाली थी जिस पर कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया है और 25 मार्च तक जवाब मांगा है।
के कविता ने ED पर लगाए आरोप
इसी मामले में भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस की विधान परिषद सदस्य और चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता से करीब 10 घंटे की पूछताछ की गई। कविता ने आरोप लगाया है कि ईडी उनसे झूठे आरोप में फंसाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने जांच अधिकारी को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने लिखा की जनता को झूठे आरोप जानबूझकर लीक करने से राजनीतिक गहमागहमी बढ़ी है। इसको हथियार बनाते हुए उनके विरोधी अब उन पर कई सारे आरोप लगा रहे हैं। वह उन पर सबूत नष्ट करने का भी आरोप लगा रहे हैं जो कि है ही नहीं। जिससे उनके मान सम्मान को भी ठेस पहुंच रही है। उन्हें पार्टी में बदनाम किया जा रहा है।