नई दिल्ली। मानहानि केस में दोषी सिद्ध होने और सांसदी जाने के बाद आखिकार राहुल गांधी ने सरकार की तरफ से दिया गया बंगला आज पूरी तरह से खाली कर दिया है। उन्होंने इस बंगले को लोकसभा सचिवालय को सौंप दिया और सारा सामान लेकर सोनिया गांधी के घर में शिफ्ट हो गए। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान ने मुझे 19 साल के लिए घर रहने के लिए दिया जिसका मैं शुक्रिया अदा करता हूं।
राहुल गांधी ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में तुगलक लेन स्थित ये बंगला खाली कर दिया और लोकसभा सचिवालय को सौंप दिया। राहुल के बंगला खाली करने को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि मेरे भाई जो कुछ कह रहे हैं वह सच है। उन्होंने उस सरकार के बारे में सच बोला जिसके लिए वह पीड़ित हैं। लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। हम सच बोलने से पीछे नहीं हटेंगे।
राहुल गाँधी ने बंगला लोकसभा सचिवालय को सौंपने के बाद मीडिया से कहा कि हिन्दुस्तान के लोगों ने मुझे 19 साल तक यह घर दिया, मैं उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। यह सच बोलने की कीमत है। मैं सच बोलने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं।
बंगले के साथ ये सुविधाएं भी छिनी, बतौर सांसद की जाती है आवंटित
1- सरकार की तरफ से सांसदों को वेतन भत्ते और पेंशन अधिनियम 2010 के मुताबिक उन्हें 50 हजार का मासिक वेतन मिलता है। इसके साथ ही उन्हें संसद के सत्र में भाग लेने के लिए 2000 रुपए दैनिक भत्ता मिलता है। इसके अलावा जिस क्षेत्र से वह निर्वाचित किए जाते हैं, उसका निर्वाचन क्षेत्र भत्ता भी 45000 रुपए प्रति माह का होता है।
2- सांसदों को संसद के सत्र में भाग लेने के लिए यात्रा और निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित कार्यों के लिए या कार्यों का संचालन के लिए अगर वह यात्रा करते हैं तो उसके लिए भी उन्हें यात्रा भत्ता मिलता है।
3- हर सांसद को एक साल में कुल 34 एकल हवाई यात्रा की परमिशन दी जाती है, यहां पर यह सुविधा है कि वह अपने रिश्तेदारों के साथ जा सकते हैं। इसके अलावा सांसद को ऑफिस खर्चे के रूप में 45000 रुपए महीने के भी मिलते हैं।
4- एक सांसद अपने पूरे कार्यकाल के दौरान हॉस्टल, फ्री आवास यानी सरकार की तरफ से दिए जाने वाले बंगले का भी हकदार होता है। यानी अभी जिस तरह से राहुल गांधी को सरकारी बंगला दिया गया है। यह इसी नियम के तहत ही आता है। इसलिए अब उन्हें वह बंगला खाली करना होगा।
5- बता दें कि सांसदों के लिए आवासों का आवंटन एक पैरामीटर के आधार पर होता है। उनके लिए पानी, बिजली के बिलों पर एक सीमा तक छूट भी दी जाती है। आवास में जो फर्नीचर हैं, या डेकोरेशन का कोई भी सामान है, उसके मेंटिनेंस के लिए भी उस किराए में छूट मिलती है।