प्रधानमंत्री आज वाराणसी के दौरे पर रहे। प्रदेश के विधानसभा चुनाव जीत के बाद वे यहां पहली बार आए हैं। यहां लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एअरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी का स्वागत किया। उन्होंने यहां की जनता को 1800 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की सौगात दी। जिसमें से 553.76 करोड़ की 30 परिय़ोजनाओं का लोकार्पण और 1220.58 करोड़ रुपए की 13 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने अक्षयपात्र किचन का उद्घाटन किया और इसके बाद उन्होंने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचकर अखिल भारतीय शिक्षा समागम का शुभारंभ किया और शिक्षाविदों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय भी मौजूद थे।
अक्षयपात्र किचन का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां बच्चों के मिड-डे-मील के लिए अक्षय पात्र किचन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह मौजूद रहे। अक्षय पात्र किचन से अब करीब 1 लाख बच्चों को भोजन मिल सकेगा। अक्षयपात्र फाउंडेशन की ओर से अर्दली बाजार के एलटी कॉलेज परिसर में स्थापित देश की 62वीं और प्रदेश की इस चौथी केंद्रीयकृत मिड-डे-मील योजना के अंतर्गत भोजन रसोई में 40 हजार रोटियां बन सकेंगी। इसके साथ 45 मिनट में 130 किलो ग्राम चावल पक सकता है। वहीं 1200 किलोग्राम दाल-सब्जी पकाने का भी इंतजाम है। इन सब सामग्री को तैयार करने के लगभग 1 घंटे का समय लगेगा। इससे करीब 6 हजार बच्चों को मिड-डे-मिल का भोजन मिल पाएगा। इसके अलावा आटा गूंथने से लेकर रोटी बनाने, चावल-दाल-सब्जी धोने, मसाला पीसने और पकाने के लिए अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग होगा। हालांकि इस रसोई की क्षमता 1 लाख बच्चों के लिए भोजन तैयार करने की है। प्रधानमंत्री ने इस रसोई का दौरा भी किया और यहां की मशीनों के बारे में भी जानकारी ली।
शिक्षा समागम कार्यक्रम को किया संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूद्राक्ष कंवेंशन सेंटर पहुंचकर यहां शिक्षाविदों को संबोधित किय़ा। उन्होंने कहा कि मुक्ति के लिए एकमात्र साधन ज्ञान है। बिना शिक्षा के जीवन साकार नहीं है। वाराणसी शिक्षा के क्षेत्र में देश को नई दिशा देगा। काशी में शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षा पर तेजी से काम हो रहा है। शिक्षा औऱ शोध पर मंथन बेहद जरूरी है। काशी का शिक्षा का पुराना जुड़ाव है। वहीं अब इसमें नई शिक्षा नीति का प्रभाव दिख रहा है।
‘केवल डिग्री धारक युवा ही न तैयार करें’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति में पूरा फोकस बच्चों की प्रतिभा और पसंद के हिसाब से उनमें कौशल का विकास करना है। हम सिर्फ डिग्री धारी युवा ही न तैयार करें, बल्कि हमारे युवा स्किल्ड हों, कॉन्फिडेंट हों, प्रैक्टिकल और कैलकुलेटिव हों, इसके लिए नई शिक्षा नीति जमीन तैयार कर रही है।
उन्होंन आगे कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य शिक्षा को संकीर्ण विचार-प्रक्रिया की सीमा से बाहर लाना है औऱ आज की सदी के आधुनिक विचारों के साथ एक करना है। ये जरूरी है कि देश को आगे ले जाने के लिए जरूरी मानव संसाधन तैयार करने के साथ-साथ हमारी शिक्षा नीति राष्ट्र के लिए भी योगदान देती है।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटे-छोटे स्कूली बच्चों से भी मुलाकात की। उन्होंने यहां देखकर बच्चे भी बेहद खुश हुए। उन्होंने बच्चों से गाने भी सुने। देखें यह वीडिय़ो..