Odisha Train Accident : नई दिल्ली। ओडिशा ट्रेन हादसे में मानवीय गलती सामने आई है। जांच में खुलासा हुआ है कि गलत ट्रैक पर ट्रेन चली गई थी। जिसका नतीजा ये निकला कि 288 लोग काल का ग्रास बन गए और 1175 यात्री घायल हो गए। जिनमें से अधिकतर की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ओडिशा के बालासोर में शनिवार रात कोरोमंडल एक्सप्रेस के सात डिब्बे पटरी से उतरने के बाद दूसरी ट्रैक पर आ रही एक ट्रेन से टकरा गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि हादसा शुक्रवार शाम 7:20 बजे बाहानगा बाजार स्टेशन पर तब हुआ जब कोरोमंडल एक्सप्रेस शालीमार स्टेशन से चेन्नई जाते वक्त मालगाड़ी भिड़ गई, तभी आई हावड़ा जा रही ट्रेन उससे टकरा गई। तब कोरोमंडल एक्स. की रफ्तार 127 किमी प्रतिघंटा थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया। साथ ही, उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की। मृतकों के परिजनों को रेलवे ने 10-10 व पीएमओ ने 2-2 लाख तथा घायलों को दोनों की ओर से 50-50 हजार मुआवजे का ऐलान किया गया।
गलत ट्रैक पर चली गई ट्रेन!
हादसे की शुरुआती रिपोर्ट सिग्नलिंग कं ट्रोल रूम से आई है। इसके मुताबिक हादसे से ऐन पहले ट्रेन गलत ट्रैक पर चली गई थी। खड़गपुर डिवीजन सिग्नलिंग कंट्रोल रूम से जारी वीडियो में दिख रहा है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस ने मुख्य लाइन की बजाय बाहानगर बाजार स्टेशन के पास एक लूप लाइन ले ली, जहां एक मालगाड़ी खड़ी थी।
प्रधानमंत्री बोले- दोषियों को मिलेगी सख्त से सख्त सजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालासोर के अस्पताल में पीड़ितों से मिलने के बाद मीडिया से कहा, ‘जिन लोगों ने अपना जीवन खोया है, यह बहुत दर्दनाक और संवेदना से भी परे मन को विचलित करने वाला है। जिन परिवारजनों को इंजरी हुई है, सरकार उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। सरकार के लिए घटना अत्यंत गंभीर है। हर प्रकार की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसको सख्त से सख्त सजा हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।’
ओडिशा में कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे के बाद पीएम मोदी बालासोर पहुंचे हैं। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया, इसके बाद पीएम मोदी बालासोर के अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल पूछा। इससे पूर्व मोदी ने घटनास्थल का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों के साथ बातचीत की और उनसे जानकारी ली। उन्होंने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से भी बातचीत की।