No-Confidence Motion : नई दिल्ली। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का आज तीसरा और आखिरी दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 4 बजे बहस का जवाब देंगे। पक्ष-विपक्ष के सांसद आज अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेंगे। अंत में पीएम मोदी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि राहुल गांधी के बुधवार को किए गए हमले पर पीएम मोदी पलटवार कर सकते हैं। पीएम मोदी के जवाब के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की जाएगी। हालांकि, यह तो साफ है कि अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय है।
बता दें कि मोदी सरकार ने साल 2018 में भी अविश्वास प्रस्ताव का सामना किया था। लेकिन, तब विपक्ष के पास संख्या बल कम होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव का गिर गया था। अविश्वास प्रस्ताव पर 8 अगस्त से चर्चा शुरू हुई थी। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने बहस की शुरुआत में ही साफ कर दिया था कि विपक्ष का एजेंडा मणिपुर ही रहेगा। राहुल गांधी ने बुधवार को मणिपुर हिंसा पर बीजेपी और पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला था। जिसके जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने भी विपक्ष और राहुल गांधी पर पलटवार किया था।
राहुल बोले-मणिपुर क्यों नहीं गए मणिपुर?
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दूसरे दिन राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि पीएम मणिपुर नहीं गए क्योंकि वो इसे देश का हिस्सा नहीं मानते हैं। मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या हुई है, इनकी राजनीति ने मणिपुर में हिंदुस्तान को मारा है। भारत माता की हत्या मणिपुर में हुई और इन लोगों ने मणिपुर के लोगों को मारकर भारत माता की हत्या की है। उन्होंने कहा कि आप देशद्रोही हो, आप द्रेशप्रेमी नहीं हो, इसलिए पीएम मणिपुर में नहीं जा सकते हैं क्योंकि उन्होंने हिंदुस्तान की हत्या की है। आप भारत माता के रखवाले नहीं हो, आप भारत माता के हत्यारे हो।
आपने मेरी मां की हत्या मणिपुर में की और जब तक वहां हिंसा होती रहेगी हर दिन मेरी मां की हत्या वहां होती रहेगी। पीएम मोदी हिंदुस्तान के दिल की आवाज नहीं सुनते हैं, वह सिर्फ दो लोगों की आवाज सुनते हैं। राहुल ने कहा कि पीएण मोदी सिर्फ अमित शाह और अडानी की आवाज सुनते हैं। इस तरह लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, अहंकार ने लंका को जलाया था और राम ने रावण को नहीं मारा था, अहंकार ने उसे मारा था। आप पूरे देश में केरोसिन फेंक रहे हो, आप हरियाणा को जला रहे हो और देश को जलाने में लगे हो।
शाह का पलटवार-मणिपुर की घटना पर राजनीति ज्यादा शर्मनाक
जिसके जवाव में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि मणिपुर की घटना शर्मनाक है, लेकिन उस पर राजनीति करना उससे भी ज्यादा शर्मनाक है, सरकार की मंशा वहां जनसांख्यिकी में बदलाव करने की कतई नहीं है, ऐसे में सभी पक्षों को मिलकर उस राज्य में शांति बहाली की अपील करनी चाहिए। लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर से जुड़े घटनाक्रम का ब्योरा दिया और सरकार द्वारा वहां शांति स्थापित करने की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी दी।
शाह ने कहा था कि वहां अफवाह फै ली कि 53 बसावटों को अस्थाई जंगल गांव घोषित किया गया है। इससे असुरक्षा की भावना और बढ़ गई। उन्होंने कहा, ‘इसमें घी डालने का काम किया उच्च न्यायालय के एक फै सले ने। इसमें कहा गया कि मैतेई को आदिवासी घोषित कर दिया जाए।’ इसके बाद मणिपुर में हिंसक घटनाओं में अब तक 152 लोग मारे गए हैं। इन घटनाओं को लेकर 1106 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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