NIA raid : जयपुर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को खालिस्तानी, आतंकवाद, गैंगस्टर और तस्कर नेटवर्क के खिलाफ देशभर में 51 स्थानों पर रेड डाली। राजस्थान सहित देश के 6 राज्यों में तड़के से ही एनआईए की कार्रवाई जारी है। एनआईए की टीम ने पंजाब में खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला के करीबी जोरा सिंह को गिरफ्तार किया है। वहीं, राजस्थान में भी एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक एनआईए की टीम ने राजस्थान सहित पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 51 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। खास बात ये है कि 6 राज्यों के जिन-जिन शहरों में एनआईए की रेड चल रही है, वहां पर एनआईए की टीम रात को ही पहुंच चुकी थी और सुबह होते ही एक साथ रेड डाली गई, जो दोपहर बाद भी जारी है।
राजस्थान के 13 जिलों में एनआईए की रेड
राजस्थान के 13 जिलों में सुबह से ही एनआईए की छापेमारी चल रही है। एनआईए की टीम ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर सहित हनुमानगढ़, झुंझुनूं, गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, सीकर, पाली, जोधपुर ग्रामीण, बाड़मेर, कोटा ग्रामीण, भीलवाड़ा और अजमेर एक साथ रेड डाली। जोधपुर ग्रामीण के पीपाड़ थाना क्षेत्र में छापेमारी दौरान एनआईए की टीम ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े एक युवक को डिटेन किया है। जिससे लगातार पूछताछ की जा रही है।
इन राज्यों में कार्रवाई जारी
राजस्थान के अलावा पंजाब के 30, उत्तरप्रदेश और हरियाणा के चार-चार, उत्तराखंड में 2 और दिल्ली-एनसीआर में एक जगह एनआईए की छापेमारी चल रही है। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, अलीगढ़ और सहारनपुर आतंकी संगठनों के ठिकानों रेड डाली गई। पंजाब में यह कार्रवाई लॉरेंस, बंबीहा और अर्श डल्ला गैंग के सहयोगियों से जुड़े ठिकानों पर हो रही है। पंजाब के फिरोजपुर से खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला के करीबी जोरा सिंह को गिरफ्तार किया है, उसके मोबाइल से अर्श डल्ला के साथ चैटिंग के सबूत मिले हैं।
क्यों एनआई ने डाली रेड?
दरअसल, इन दिनों खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच विवाद चल रहा है। इसी बीच सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली है कि विदेश में बैठे खालिस्तानी आतंकी भारत में अपने समर्थकों को फिर से एक्टिव करने में लगे हुए है। एनआईए ने हाल ही में एक खालिस्तानी समर्थक को हिरासत में लिया था। जिसके पास से कई अहम सबूत मिले थे। जांच में सामने आया था कि खालिस्तानी समर्थक फिर से एक्टिव हो रहे है और इसके लिए उन्हें कनाड़ा में बैठे लोगों द्वारा गुपचुप तरीके से पैसा पहुंचाया जा रहा है।
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