देश-प्रदेश की तमाम सरकारें महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चाहे कितने दावे करती हों लेकिन धरातल पर ये सारे दावे हकीकत को अंगूठा दिखाते नजर आए हैं। इसका प्रमाण अब राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी NCRB की हाल ही में जारी रिपोर्ट में भी नजर आ गया है। रिपोर्ट में राजस्थान को महिलाओं के प्रति हो रहे यौन अपराधों में सबसे पहले नंबर पर रखा है। जो समाज और प्रदेश सरकार के लिए चिंता का विषय है।
दरअसल एनसीआरबी ने देश और प्रदेश में हो रहे अपराधों की एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में हर अपराध को राज्यवार श्रेणीबद्ध किया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में पिछले साल की तुलना में महिलाओं के खिलाफ 15.3 प्रतिशत अपराधों में बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि पूरे देश में साल 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराध की संख्या 3 लाख 71 हजार 503 मामले दर्ज हुए थे जो साल 2021 में बढ़कर 4 लाख 28 हजार 278 हो गए। इसमें सबसे ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि महिलाओं के प्रति बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों के मामले में राजस्थान पूरे देश में सबसे पहले नंबर पर है।
रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में बलात्कार के सबसे ज्यादा मामले साल 2021 और 2020 में आए हैं। साल 2020 में प्रदेश में 5 हजार 310 मामले दर्ज किए गए हैं और साल 2021 में ये बढ़कर 6 हजार 337 हो गए। इसमें सबसे ज्यादा चिंताजनक यह है कि ये संख्या सिर्फ थाने में दर्ज हुए मामलों की है, कई ऐसे भी मामले हैं जिनकी कहीं कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज हुई है। साल 2021 में दर्ज मामलों का प्रतिशत पूरे देश में 16.4 है जो देश में सबसे ज्यादा है। प्रदेश में बलात्कार के मामले साल 2021 में सबसे ज्यादा नाबालिग लड़कियों के दर्ज हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इन मामलों का आंकड़ा 1 हजार 453 है। सबसे ज्यादा हैरानी और सोचने की बात यह है की साल 2021 में जारी हुई रिपोर्ट में भी साल 2020 में दर्ज अपराधों के आधार पर राजस्थान को सबसे पहले स्थान पर करार दिया था।
वहीं महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे पहले नंबर पर है। इसके बाद राजस्थान फिर महाराष्ट्र का नंबर है। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों का आंकड़ा 56 हजार 83 है। तो राजस्थान में इसकी संख्या 40 हजार 738 है। महाराष्ट्र की अगर बात करें तो यह संख्या 39 हजार 526 पर रुकती है। पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों का आंकड़ा 31 हजार 677 है।
बात अगर देश की राजधानी दिल्ली की करें तो यहां पर स्थिति बेहद खराब है। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में साल 2020 में 10093 केस दर्ज हुए थे। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़कर ये आंकड़ा 14277 पहुंच गया है।