harish salve marriage : नई दिल्ली। दशकों से अपने कानूनी कौशल के लिए सुर्खियां बटोर रहे हरीश साल्वे अब अपने अपनी तीसरी शादी को लेकर चर्चा में है। देश के टॉप वकीलों में शुमार और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने 68 साल की उम्र में तीसरी बार शादी की है। लंदन में रविवार को त्रिना नाम की महिला संग शादी की। उनकी शादी में नीता अंबानी, ललित मोदी और उज्ज्वला राउत सहित करीबी दोस्त और परिवार के लोग शामिल हुए।
यह तीसरी बार है जब साल्वे को किसी महिला से प्यार हुआ है। इससे पहले साल्वे ने पहली शादी साल 1982 में मीनाक्षी साल्वे से की थी। साल्वे और उनकी पूर्व पत्नी मीनाक्षी ने शादी के 38 साल बाद जून 2020 में तलाक ले लिया था। उनकी दो बेटियां- साक्षी और सानिया हैं। इसके बाद साल्वे ने 28 अक्टूबर, 2020 को लंदन स्थित कलाकार कैरोलिन ब्रॉसार्ड से शादी की थी। हालांकि, उन्होंने अपनी दूसरी पत्नी को तलाक नहीं दिया है। इसी बीच अब साल्वे ने लंदन की त्रिना से तीसरी शादी की है।
कौन है हरीश साल्वे?
लंदन में रह रहे पूर्व सॉलिसिटर जनरल और मशहूर वकील हरीश साल्वे का जन्म 22 जून 1955 को महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ था। वे 1999 से 2002 के बीच भारत के सॉलिसिटर जनरल के रूप में भी काम कर चुके हैं। हरीश साल्वे के पिता नरेंद्र कुमार साल्वे कांग्रेस के नेता थे। वहीं, उनके दादा प्रसिद्ध आपराधिक वकील थे। वकालत के अलावा हरीश साल्वे को संगीत और पियानो बजाने का भी शौक है।
सिर्फ 1 रुपए में लड़ा था कुलभूषण जाधव का केस
हरीश साल्वे भारत के प्रसिद्ध वकील हैं और वे भारत ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे महंगे वकीलों में से एक हैं। वैसे तो उन्होंने कई केस लड़े। लेकिन, खास बात ये है कि हरीश साल्वे ने सिर्फ 1 रुपए में कुलभूषण जाधव का केस लड़ा था। जिसके बाद वो काफी चर्चित हो गए थे। साल्वे ने मई 2017 में कुलभूषण जाधव मामले में अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया। जाधव को जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी।
साल्वे प्रयासों के कारण ही अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट ने अंतिम फैसला आने तक जाधव की फांसी पर अस्थायी रोक लगाने का आदेश दिया था। इस मामले के लिए साल्वे ने कानूनी फीस में सिर्फ एक रुपया लिया था। इसके अलावा साल 2015 में साल्वे ने अभिनेता सलमान खान का हाई-प्रोफाइल केस उठाया था। 10 दिसंबर 2015 को कोर्ट ने सलमान खान को 2002 के हिट-एंड-रन मामले के सभी आरोपों से बरी कर दिया था।
कृष्णा गोदावरी बेसिन गैस सहित कई मामलों में निभाई अहम भूमिका
साल्वे के टाटा समूह, मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटीसी समूह जैसी भारत की प्रमुख कॉर्पोरेट कंपनियों के वकील हैं। हरीश साल्वे ने अनिल अंबानी की रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेज लिमिटेड के खिलाफ कृष्णा गोदावरी बेसिन गैस विवाद मामले में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हरीश साल्वे ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय में पहले एंटी-डंपिंग मामले की पैरवी की थी।
साल्वे ने केंद्र सरकार के साथ 2.5 अरब डॉलर के कर विवाद में वोडाफोन का प्रतिनिधित्व किया था। शुरुआत में वह बॉम्बे हाई कोर्ट में केस हार गए थे। लेकिन, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में केस जीत लिया था। साल्वे 2003 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के आदेश पर गुजरात दंगों की पीड़िता बिलकिस बानो के लिए पेश हुए थे। वे आरुषि-हेमराज हत्याकांड मामले में बचाव पक्ष के वकील के रूप में भी पेश हुए थे।
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