लालू प्रसाद यादव के परिवार और करीबियों के आवास और कार्यालय पर हुए ईडी की रेड में काफी कुछ बरामद हुआ है। इसमें कैश से लेकर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और प्रॉपर्टी शामिल है। इस छापेमारी के दौरान करीब 53 लाख रुपए कैश, 1900 अमेरिकी डॉलर, 540 ग्राम सोना, डेढ़ किलो सोने के गहने मिले हैं। पुलिस अब इन बरामद की गई सभी चीजों की बारीकी से जांच कर रही है। इनके ट्रांजैक्शन, पैसों और अमेरिकी डॉलर के ट्रांजैक्शन, सोने की खरीद के ट्रांजैक्शन समेत सभी लेनदेन और उनके सोर्स की जानकारी जुटा रही है।
दिल्ली से सबसे ज्यादा हुई बरामदगी
ईडी ने लालू प्रसाद यादव के परिवार और उनके करीबियों के करीब 2 दर्जन ठिकानों पर यह कार्रवाई की थी जिसमें दिल्ली स्थित न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी कि वह इमारत भी थी जिसे लालू प्रसाद यादव का परिवार आवासीय संपत्ति के रूप में प्रयोग करता था। ईडी का कहना है कि इसी आवास को सबसे ज्यादा चीजें बरामद की गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस इमारत एके इंफोसिस सोसाइटी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रजिस्टर्ड है। उसे लालू यादव का परिवार घर के रूप में प्रयोग करता था।
खड़गे ने साधा निशाना
इधर लालू प्रसाद यादव के परिवार पर ईडी की रेड को लेकर विपक्ष एकजुट हो गया है। विपक्ष ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जोरदार निशाना साधा है और इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 14 घंटे से मोदी जी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के घर पर ED बैठा रखी है। उनकी गर्भवती पत्नी और बहनों को सताया जा रहा है। लालू प्रसाद यादव जी बुजुर्ग हैं, बीमार हैं, तब भी मोदी सरकार ने उनके प्रति मानवता नहीं दिखाई। अब पानी सिर के ऊपर से चला गया है।
खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार, विपक्षी नेताओं पर ED-CBI का दुरुपयोग कर लोकतंत्र की हत्या का कुत्सित प्रयास कर रही है।जब देश से भगोड़े करोड़ों लेकर भागे तब मोदी सरकार की एजेंसियाँ कहाँ थी ? जब “परम मित्र” की संपत्ति आसमान छूती है तो जाँच क्यों नहीं होती? इस तानाशाही का जनता मुंहतोड़ जवाब देगी !
कल ED ने डाली थी रेड
बता दें कि बीते शुक्रवार जमीन के बदले नौकरी मामले में RJD प्रमुख लालू यादव के परिवार के सदस्यों और उनके करीबियों के ठिकानों पर ED ने दिल्ली से लेकर पटना तक ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। तीन दिन पहले इस मामले में ही लालू यादव से CBI ने दिल्ली में पूछताछ की थी। जिनके आवास पर रेड पड़ी है उनमें लालू याद की तीन बेटियां हेमा, रागिनी और चंदा भी शामिल हैं। इसके अलावा विधायक अबू दुजाना भी इस रेड कार्रवाई में शामिल हैं।
ये है पूरा मामला
बता दें कि साल 2004 से 2009 के बीच जब लालू यादव केंद्रीय रेलमंत्री थे, तब अभ्यर्थियों को रेलवे में नौकरी के बदले जमीन की रिश्वत मांगी गई थी। इन जमीनों पर लालू यादव औ उनके संबंधियों के नाम दर्ज हैं। इसमें यह भी आरोप है कि अभ्यर्थियों के आवेदन करने के तीन दिनों के अंदर ही ग्रुप डी पदों पर नियुक्ती भी मिली थी। साथ ही जब इन अभ्यर्थियों ने पूरी तरह से जमीन लालू यादव और उनके संबंधियों के नाम कर दी थी तब उन्हें भी नौकरी मे नियमित कर दिया गया था।
लालू प्रसाद के परिवार पर आरोप
चार्जशीट में आरोप है कि लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों के नाम पर जमीन दर्ज है। पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट की जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के नाम पर दर्ज है। जिनके आवास पर छापेमारी हुई है उनमें बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के निजी सचिव नागमणि यादव भी शामिल हैं। RJD के विधायक सुनील सिंह, राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, सांसद फैयाज अहमद बिस्फी, सुबोध राय शामिल हैं।