Nuh Haryana Violence: हरियाणा के मेवात और सोहना में हिंसा की आग भड़क गई है जहां सोमवार को नूंह में विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल यात्रा के दौरान हालात बिगड़ गए जिसके बाद जमकर हिंसा और बवाल हुआ. वहीं घटना के 12 घंटे बीतने के बाद भी इलाके में तनाव बना हुआ है. नूंह में दो समुदायों के बीच जबरदस्त बवाल के बाद हिंसा की आग गुरुग्राम, फरीदाबाद तक पहुंच गई जहां दोनों समुदायों के बीच जमकर पत्थर चले जिसमें करीब 90 गाड़ियों में तोड़फोड़ और आग लगा दी गई है.
वहीं कई जगह गोलियां भी चलाई गई. वहीं इस हिंसा में अब तक 2 होम गार्डस समेत 3 की मौत हो गई और 10 से ज्यादा पुलिस वाले घायल बताए जा रहे हैं. इधर प्रशासन ने हालात काबू में करने के लिए नूंह में 2 दिन का कर्फ्यू लगा दिया है और पूरे इलाके में पैरामिलिट्री फोर्स की 13 कंपनियां लगाई गई है.
वहीं पुलिस ने रेवाड़ी, पलवल, फरीदाबाद समेत 5 जिलों में धारा 144 भी लगाई है और इंटरनेट बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही नूंह, फरीदाबाद और पलवल में 1 अगस्त को सभी शिक्षण संस्थान और कोचिंग सेंटर बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं. वहीं नूंह से सटे राजस्थान के भरतपुर और अन्य इलाकों में पुलिस ने अलर्ट जारी किया है जहां इन इलाकों में कड़ी नजर रखी जा रही है.
चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक बलों के जवान
वहीं गुरुग्राम-सोहना रोड पर हिंसा भड़कने के बाद पुलिस और नेता लगातार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. गुरुग्राम के डीसीपी नीतीश अग्रवाल ने एक बयान जारी कर कहा है कि गुरुग्राम में पुलिस तैनात है और सोशल मीडिया पर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और लोग किसी भी तरह की अफवाह में नहीं आए.
इधर नूंह में स्थिति संभालने के लिए अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां तैनात की गई है और फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम में धारा 144 लागू की गई है. वहीं हरियाणा से सटे राजस्थान के भरतपुर में अलर्ट जारी किया गया है जहां 4 तहसीलों में इंटरनेट सेवा को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं.
कैसे भड़की हिंसा?
दरअसल, नूंह में हिंदू संगठनों की तरफ से सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया गया था जहां मेवात में शिव मंदिर के सामने से जब बृजमंडल यात्रा गुजर रही थी तभी उस पर पथराव हुआ और देखते ही देखते हालात बिगड़ गए. बताया जा रहा है कि यात्रा में बजरंग दल के मोनू मानेसर के आने को लेकर स्थानीय लोगों में रोष जताया.
इसके बाद दोनों तरफ से पथराव हुआ और आगजनी की गई. हालांकि, बताया जा रहा है कि मोनू मानेसर यात्रा में शामिल नहीं हुआ था लेकिन बिट्टू बजरंगी नाम के कथित गोरक्षक के शामिल होने से वहां माहौल बिगड़ गया.