नई दिल्ली। कर्नाटक की जीत के बाद चुनाव वाले राज्यों में बदलते माहौल को देख बसपा नेत्री मायावती अब कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिशों में जुट गई हैं। दिल्ली में नेताओं की एक दौर की बैठक भी हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ने सीधा संदेश दे दिया है कि लोकसभा में तभी गठबंधन होगा, जब चुनाव वाले राज्यों में पार्टी सहयोग करेगी। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि मायावती राजस्थान समेत चारों चुनाव वाले राज्यों में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है।
गठंबधन के पीछे एक वजह यह भी है कि बीएसपी के सभी सर्वे में बिना गठबंधन के कांग्रेस राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में आराम से सरकार बनाते दिख रही है। सूत्रों की माने तो मायावती के भतीजे आकाश आनंद के सर्वे में कांग्रेस तीनों राज्य जीत रही है। राजस्थान में कांग्रेस बहुमत का आंकड़ा पार कर अभी 110 सीट अपने दम पर लाती दिख रही है। आकाश बीएसपी में दूसरे नंबर के नेता है और मायावती ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी भी बनाया हुआ है।
बसपा को यूपी में मिल सकता है फायदा
बीएसपी के रणनीतिकारों को लग रहा है कि कांग्रेस 2024 में उलट फेर कर सकती है। राजस्थान समेत तीन बड़े राज्यों की जीत इसमें प्रमुख भमूिका निभाएगी। इसलिए बीएसपी कोशिश में है कांग्रेस के साथ गठबंधन हो जाए। वैसे भी बीएसपी विधायक चुनाव जीतने के बाद सत्ता के साथ चले जाते हैं। इसलिए बीएसपी को भी लग रहा है, अगर मिलकर चुनाव लड़ा जाए तो यूपी में लाभ मिलेगा।
बीएसपी चुनाव वाले राज्यों में वोट काटने के बजाए साथ दे
बीएसपी यूपी में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार है। इसे लेकर नेताओं की बातचीत शुरू हो चुकी है। कांग्रेस की रणनीति है कि बीएसपी चुनाव वाले राज्यों में वोट काटने के बजाए साथ दे। फैसला मायावती को करना है। बदले हालात में बसपा राजस्थान समेत कई राज्यों में गठबंधन कर सकती है। अभी तक वह सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की बात करती आई थी। अगर बसपा कांग्रेस के साथ आती है तो मजबत गठबंधन होगा।
ये खबर भी पढ़ें:-CM का ऐलान… राजनीति में नहीं चलने देंगे हिंदू एजेंडा, 50 हजार युवा घर-घर पहुंचाएंगे गांधी का ‘संदेश’