G-20 Summit : नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले बुधवार को केंद्रीय मंत्रियों द्वारा ‘क्या करें और क्या ना करें’ के बारे में बताया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दो दिवसीय आयोजन के दौरान गणमान्य विदेशी मेहमानों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो।
मंत्रियों से कहा गया है कि वे अपने सरकारी वाहनों को छोड़कर भारत मंडपम और अन्य बैठक स्थलों तक पहुंचने के लिए शटल सेवा का इस्तेमाल करें। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने उनसे जी-20 इंडिया मोबाइल एप डाउनलोड करने और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के साथ बातचीत के दौरान इसके अनुवाद और अन्य विशेषताओं का बेहतर इस्तेमाल करने को कहा।
नटराज की प्रतिमा भारत की समृद्ध संस्कृति का प्रमाण: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शिखर सम्मेलन की प्रमुख बैठकों के केंद्र ‘भारत मंडपम’ में स्थापित नटराज की प्रतिमा भारत की सदियों पुरानी कलात्मकता और परंपराओं के प्रमाण की साक्षी है। वह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के उस पोस्ट का जवाब दे रहे थे। इसमें प्रतिमा के बारे में कहा गया था कि यह अष्टधातु से बनी है।
केंद्र ने ‘एक्स’ पर कहा, 27 फीट लंबी, 18 टन वजनी यह प्रतिमा अष्टधातु से बनी सबसे ऊंची प्रतिमा है और इसे तमिलनाडु के स्वामी मलाई के प्रसिद्ध मूर्तिकार राधाकृष्णन स्थापति और उनकी टीम ने रिकॉर्ड सात महीनों में गढ़ा है। राधाकृष्णन की 34 पीढ़ियां चोल साम्राज्य काल से मूर्तियां बनाती आ रही हैं।
जी-20 मोबाइल एप में हाथों हाथ उपलब्ध होगा अनुवाद
जी-20 मोबाइल ऐप में सभी भारतीय भाषाओं के साथ ही जी-20 देशों की भाषाओं के हाथों-हाथ अनुवाद करने की विशेषता है। अंतरराष्ट्रीय संगठनों के नेताओ सं हित विश्व के करीब 40 नेताओं के 9-10 सितंबर को होने वाले शिखर सम्मेलन में भाग लेने की तैयारी के बीच विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने मंत्रियों को प्रोटोकॉल और संबंधित मामलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
अभेद्य किले की तरह होगी दिल्ली, 50,000 सुरक्षाकर्मी होंगे तैनात
शिखर सम्मेलन केलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जिसके तहत कई सुरक्षा एजेंसियां और 19 दक्ष निशानेबाज महिला कमांडो की तैनाती के अलावा विशेष पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी आयोजन स्थल के कमांडर के रूप में सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा होंगे। 50,000 से अधिक कर्मियों, के9 श्वान दस्तों और घुड़सवार पुलिस की सहायता से दिल्ली पुलिस शिखर सम्मेलन केदौरान कड़ी निगरानी रखेगी।
हवाई अड्डे से होटल तक और होटल से जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थलों तक, विदेशी प्रतिनिधियों को शिखर सम्मेलन केदौरान दिल्ली पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा प्रदान की जाएगी।’ व्यवस्थाओ को मजबूत करने के लिए दिल्ली पुलिस को भारतीय वायु सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों जैसी विशेष केंद्रीय एजेंसियों द्वारा भी सहायता दी जा रही है।
लोगों से इंडिया गेट, कर्तव्य पथ पर न जाने का आग्रह
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को लोगों से जी-20 शिखर सम्मेलन को देखते हुए टहलने, साइकिल चलाने और सैर-सपाटे जैसी गतिविधियों केलिए इंडिया गेट और कर्तव्य पथ पर नहीं जाने का आग्रह किया।
80 चिकित्सा दल, 130 एंबुलेंस रहेंगी तैनात
चिकित्सा आपात स्थितियों सेनिपटने की तैयारियों के तहत चिकित्साकर्मियों की 80 टीम, 130 एंबुलेंस और वीवीआईपी काफिले की सुरक्षा के लिए उन्नत जीवन रक्षक टीम तैनात की जाएंगी। पांच सरकारी अस्पतालों और तीन निजी चिकित्सा सुविधाओं को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है।
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