नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को कहा कि कथित ‘जमीन के बदले रेलवे में नौकरी’ घोटाले में धनशोधन की जांच के तहत राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार- उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और संबंधित कंपनियों की छह करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। ईडी ने एक बयान में बताया कि धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत पटना, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) में छह अचल संपत्तियों और दक्षिण दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में डी-1088 स्थित चार मंजिला बंगले को कुर्क करने के लिए एक अनंतिम आदेश जारी किया गया है।
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कुर्क की गई संपत्तियों में पटना के महुआबाग (दानापुर) स्थित दो भूखंड, जिनमें से एक का स्वामित्व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और दूसरे का मालिकाना हक ‘ए के इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड’ के पास तथा पटना के बिहटा इलाके में राजद प्रमुख की सांसद बेटी मीसा भारती का एक भूखंड शामिल है।
इस कंपनी को लालू के परिवार द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इसके अलावा, गाजियाबाद के साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित दो औद्योगिक भूखंडों (यादव की बेटी हेमा यादव के पति और ससुर क्रमशः विनीत यादव और शिव कुमार यादव के नाम पर पंजीकृत एक-एक भूखंड) का एक हिस्सा भी कुर्क किया गया है।
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ए बी एक्सपोर्ट्स को बताया कागजी कंपनी
ईडी ने कहा कि ए बी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड प्रसाद के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और राजद प्रमुख की बेटी चंदा यादव के स्वामित्व वाली एक कागजी कं पनी है और इसका पंजीकृ त पता न्यू फ्रेंड् स कॉलोनी क्षेत्र स्थित बंगला है। ईडी ने कहा कि न सभी संपत्तियों का संयुक्त रूप से मूल्य 6.02 करोड़ रुपए है।