Dog Hanging Viral Video: कुत्तों की रक्षा का वादा कर उन्हें अपने पास रखने वाले ही भक्षक बन गए। जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो भरोसा किस पर किया जाए? भरोसे को तार-तार कर देने वाला एक ऐसा ही मामला भोपाल के मिसरोद थाना क्षेत्र के सहारा स्टेट स्थित “द अल्फा डॉग ट्रेनिंग एंड बोर्डिंग सेंटर” से सामने आया है। जहां डॉग ट्रेनर रवि कुशवाह ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर कुत्ते को फांसी पर लटका दिया।
राजधानी भोपाल का मामला
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से पशु क्रूरता के मामले ने सभी को हैरान कर दिया है। जिसका सीसीटीवी फूटेज सामने आया है। जिसमें एक कुत्ते को फांसी पर लटकाया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज सामने आते ही लोगों में गुस्सा फूट पड़ा है। कालापीपल निवासी व्यवसायी निखिल जयसवाल अपने कुत्ते को देखभाल और प्रशिक्षण के लिए सहारा एस्टेट, भोपाल ले गए। निखिल ने उन्हें 1977 में द अल्फा डॉग ट्रेनिंग एंड बोर्डिंग सेंटर में कुत्ता दिया था और बदले में वह उन्हें हर महीने करीब 15 हजार रुपये देते थे। उनका पाकिस्तानी बुली नस्ल का कुत्ता मिसरोद ट्रेनिंग सेंटर में करीब 4 महीने तक रहा।
नहीं दिखाए CCTV फूटेज
शाजापुर जिले में रहने वाले निखिल अपने कुत्ते के निधन की खबर सुनकर तुरंत अपनी कार से भोपाल के लिए रवाना हो गए। निखिल ने प्रशिक्षण केंद्र पर सीसीटीवी देखने की बात कही तो उन्हे वो उपलब्ध नहीं करवाया गया कुत्ते के मालिक निखिल ने अपने कुत्ते को दफनाने के फिर भोपाल के मिसरोद थाने में शिकायत दर्ज कराई।
ट्रेनिंग सेंटर में सुल्तान नाम के कुत्ते की हत्या
पुलिस जांच में पता चला कि ट्रेनिंग सेंटर के कर्मचारी रवि कुशवाह, युवा दास और नाई टाइगर ने डॉग को फांसी दी गई है। इस आधार पर मिसरोद पुलिस ने चार जानवरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इधर, आरोपियों ने एक चैनल से बात करते हुए कहा कि कुत्ते के साथ दुर्व्यवहार किया गया और ट्रेनिंग के तहत कुत्ते के व्यवहार को सकारात्मक रखने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन, इस दौरान बैल की गर्दन, जिससे वह बंधा हुआ था, पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ गया और कुत्ता बेहोश हो गया।
खर्चा हो सकता है मौत की वजह
खबरों की माने तो पाकिस्तानी नस्ल का डॉग ताजा मटन खाता था। रोज 3 से 4 हजार रुपए उसके खाने पर ही खर्च होते है। ‘सुल्तान’ बोलेरो कार तक खींचने की क्षमता रखता था। उसके ठाठ यह थे कि उसे 1200 रुपए किलो वाली फूड ग्रेवी लिक्विड फॉर्म में दी जाती थी। यह चिकन से बनी हुई ग्रेवी होती है। डॉग के बदन पर 560 रुपए का महंगा स्प्रे किया जाता था।
दोबारा शव निकलवाने के लिए आवेदन
मामले की जांच करने भोपाल पुलिस अकोदिया और शुजालपुर दोनों जगह पहुंची है। पोस्टमार्टम के लिए ‘सुल्तान’ का दफनाया शव निकालने के लिए पुलिस ने एसडीएम शुजालपुर को आवेदन दिया है। एसडीएम सत्येंद्र सिंह का इस पूरे मामले पर कहना है कि वह चुनाव कार्य में व्यस्त थे, इसलिए इस प्रकरण को नहीं देख पाए। आज इस मामले को देखकर नियमानुसार निर्णय लिया जाएगा।