Congress President Election: नई दिल्ली- अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। पार्टी सूत्रों की मानें तो 28 अगस्त को होने वाली कार्यसमिति की बैठक में चुनाव कार्यकम को दो महीने के लिए बढ़ाया जा सकता है। अधिक संभावना दीपावली के बाद की है। पार्टी की रणनीति 4 सितंबर की रैली ओर उसके बाद 7 सितंबर से निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा में राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग जोर शोर से उठाई जाएगी, जिससे राहुल फिर से अध्यक्ष बनने को तैयार हो जाए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद राहुल को फिर से कमान संभालने की लगातार मांग करते आए हैं। इस बीच नए अध्य्क्ष के नाम पर गहलोत समेत कई नामों की चर्चा मीडिया में होती रही। ऐसे भी संकेत हैं कि गहलोत विरोधी खेमे ने भी राज्य में अस्थिरता फैलाने की कोशिश की, जबकि पार्टी ने 28 की कार्यसमिति की बैठक की घोषणा कर सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया था, लेकिन इसके बाद भी खबरें चलाई गई। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि 28 अगस्त को पूरा गांधी परिवार विदेश में है। 29 अगस्त को प्रियंका के बेटे रेहान वाड्रा का जन्मदिन है। समझा जा रहा है पूरा परिवार जन्मदिन समारोह में शामिल हो सकता है। इसलिए वैसे भी 28 अगस्त को किसी बड़े फैसले के आसार कम ही है। राबर्ट और प्रियंका भी विदेश चले गए हैं।
कांग्रेस पार्टी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी सोनिया के इलाज के लिए विदेश गए हैं और सूत्रों के अनुसार प्रियंका एवं रॉबर्ट वाड्रा भी विदेश में उन्हें मिलने वाले हैं। 29 अगस्त को प्रियंका के बेटे रेहान का जन्मदिन है और यह माना जा रहा है की सभी लोग एक साथ रेहान के जन्मदिन का जश्न मना सकते हैं।
राजस्थान से अंतिम सांस तक दूर नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष पद की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को बारां के अंता में कहा है कि 28 अगस्त को चुनाव का कार्यक्रम घोषित होगा, उसमें तय होगा कि चुनाव का प्रोसेस क्या रहेगा? मैं आपके बीच हूं, मैं थां सूं दूर नहीं हूं। मैं इस प्रदेश से जीवन की अंतिम सांस तक दूर नहीं रहने वाला हूं। चाहे कोई जिम्मेदारी हो, चाहे कुछ भी करूं। मेरे जेहन के अंदर जिस प्रदेश के अंदर पैदा हुआ, जहां के हालात मैंने बचपन से देखे, उससे दूर नहीं रहने वाला।
बदलाव की अटकलों से ब्यूरोक्रेसी असहज
मुख्यमंत्री गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की अटकलों से प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी भी असहज महसूस कर रही है। अभी कई अफसर इधर-उधर भी झांकते नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि 28 अगस्त को तस्वीर साफ होने के बाद राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी भी असहजता से बाहर निकल आएगी।
पीसीसी डेलीगेट्स करते हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव
कांग्रेस पार्टी के संविधान के अनुसार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पूरे देश के पीसीसी डेलीगेट्स के द्वारा किया जाता है और पूरे देश के पीसीसी डेलीगेट्स द्वारा राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में प्रस्ताव भिजवाया जा रहा है। लगभग 9000 पीसीसी डेलीगेट्स हैं पार्टी में।
दिसंबर तक टल सकता है कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव
28 अगस्त को होने वाली कांग्रेस की बैठक में अध्यक्ष को लेकर स्थिति साफ़ होने की संभावना बहुत कम है, क्योंकि इस समय पूरा गांधी परिवार देश से बाहर है और पिछले चुनाव दिसंबर 2017 में हुए थे, तो पिछले चुनाव को पूरे पांच वर्ष इस साल दिसम्बर में होंगे तो दिसंबर तक चुनावों को टालने की पूरी सम्भावना है।
राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा होगी तो गैर गांधी अध्यक्ष बनाने का क्या फायदा!
कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा, जबकि वे बराबर इनकार कर राहुल को अध्यक्ष बनाने की वकालत करते रहे। ऐसे संकेत हैं कि 7 सितंबर से होने वाली भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी पार्टी का चेहरा बनकर पैदल पूरे देश में यात्रा करेंगे। यात्रा में नेता और कार्यकर्ता उनसे फिर से पार्टी की कमान संभालने की मांग करेंगे।