जम्मू। सेना का एक हेलिकॉप्टर तकनीकी खामी के चलते जम्मू- कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसके कारण इसमें सवार एक तकनीशियन की मौत हो गई और दो पायलट घायल हो गए। अभियानगत मिशन में तैनात उन्नत हल्का हेलिकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव मारवाह इलाके में एक नदी के किनारे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह इलाका इन दिनों भारी बर्फबारी के कारण जिला मुख्यालय से कट गया है। सेना ने एक बयान जारी कर बताया कि घटना की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं।
उधमपुर स्थित उत्तरी कमान ने एक बयान में कहा कि परिचालन मिशन पर गए ‘आर्मी एविएशन एएलएच ध्रुव’ हेलिकॉप्टर को चार मई, को पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में मारुआ नदी के किनारे एहतियातन उतारा गया। बयान में कहा गया है कि पायलट ने हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) को किसी तकनीकी खामी के बारे में बताया था और हेलिकॉप्टर को एहतियातन उतारने की कार्रवाई शुरू की थी। ऊबड़- खाबड़ मैदान में, हेलिकॉप्टर को मजबूरन उतारा गया। तत्काल बचाव अभियान शुरू किया गया और सेना के बचाव दल मौके पर पहुंचे।
अस्पताल में तोड़ा दम
सेना ने बताया कि घायलों को उधमपुर के कमान अस्पताल ले जाया गया, जहां तकनीशियन क्राफ्टमैन पाब्बल्ला अनिल की गंभीर रूप से घायल होने के कारण मौत हो गई। उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने तकनीशियन को श्रद्धांजलि अर्पित की। रक्षा सूत्रों ने बताया कि दोनों पायलट की हालत स्थिर है।
स्थानीय लोग तत्काल दुर्घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने घायलों को निकालने में मदद की। किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक खलील अहमद पोसवाल ने बताया कि हेलीकॉप्टर का मलबा नदी के किनारे मिला। गौरतलब है कि ठंड के मौसम में इस इलाके के लोगों के लिए हेलीकॉप्टर ही परिवहन का एकमात्र साधन है और इन्हीं के जरिए वहां सामान भी भेजा जाता है।
दो वर्ष में 5 हेलिकॉप्टर क्रैश
सितंबर 2021 से इस तरह की यह पांचवीं घटना है। इससे पहले 25 जनवरी 2021 को सेना का हेलिकॉप्टर ‘ध्रुव’ पंजाब सीमा के पास कठुआ जिले के लखनपुर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें एक पायलट की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। वहीं 3 अगस्त, 2021 को सेना का रुद्र हेलिकॉप्टर कठुआ-पठानकोट सीमा के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें दोनों पायलट की मौत हो गई थी।
21 सितंबर, 2021 को सेना का चीता हेलिकॉप्टर उधमपुर जिले के पटनीटॉप के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें भी दोनों पायलट की मौत हो गई। इसके बाद 11 मार्च, 2022 को उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में सेना का चीता हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सह-पायलट की मौत हो गई थी।
(Also Read- सैन्य विमान ALH ध्रुव हुआ क्रैश, किश्तवाड़ में मिला मलबा)