गठिया(Arthritis) की बीमारी एक बहुत ही दर्दनाक बीमारी होती है। इस बीमारी में घुटनों और जोड़ों में बहुत तेज दर्द उठता है। जिन लोगों के जोड़ों में दर्द होता है उनको अपना अर्थराइटिस का टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। ये बीमारी शरीर के किसी भी हिस्से में और किसी भी उम्र में आपको प्रभावित कर सकती है। ये एक ऐसी बीमारी है जो बुजुर्गों में अक्सर देखी जाती है लेकिन आजकल ये युवाओं में भी काफी आम हो गई है। इसकी एक वजह मोटापा भी हो सकता है। एक सर्वे के अनुसार 5 करोड़ से अधिक लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं और वहीं करीब 3 लाख बच्चों को रूमेटाइड नाम की बीमारी भी देखने को मिली है।
डॉक्टरों का मानना है की अर्थराइटिस जैसी बीमारी के शुरुआती लक्षणों का यदि पता चल जाए तो इससे इसके इलाज में काफी मदद मिलती है. तो आइए जानते हैं इस बीमारी के शुरूयती लक्षणों के बारे में।
जोड़ो का अकड़ना
शरीर में अकड़न आर्थराइटिस में एक सबसे आम लक्षण है। ऐसी अकड़न और दर्द उठने पर डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। एक्सपर्ट्स की मानें तो जोड़ो में अकड़न अक्सर लंबे समय बैठे रहने की कारण भी हो सकती है। यदि आपको यह अकड़न बहुत लंबे समय तक बनी हुई है तो सीरियस लेना चाहिए और इसका चेकअप कराना चाहिए। क्योंकि यह ऑस्टियोआर्थराइटिस(Arthritis) का इशारा हो सकता है।
पैर के अंगूठे में असहनीय उठता दर्द
यदि आपके पैर के अंगूठों में काफी तकलीफ और दर्द उठने लगे तो इसको बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। ये अर्थराइटिस बीमारी का शुरुआती लक्षण हो सकता है। डॉक्टर की मानें तो अगर छूने पर अंगूठा गर्म महसूस होने लगे तो ये अर्थराइटिस का लक्षण है।
नींद आने में परेशानी
यदि किसी को शरीर में गठिया का दर्द महसूस होता है तो ये गठिया के कारण हो सकता है। इसे आपको अक्सर नींद आने में भी परेशानी महसूस हो सकती है। इसकी वजह से अक्सर शरीर में अलग अलग जोड़ों में सूजन महसूस होने लगती है। एक सर्वे के अनुसार दुनिया में 80% से ज्यादा लोगों को गठिया में उठने वाले दर्द की वजह से नींद लेने में दिक्कत महसूस होती है या उन्हें असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है।
थकान होना
रुमेटीइड प्रकार के अर्थराइटिस(Arthritis) से जो लोग पीड़ित होते हैं उन्हें सूजन, जोड़ों में दर्द, नींद की कमी, थकान और भी कई सारी बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इनमें से कुछ मुख्य संकेत निम्न हैं।
हाथ-पैरों में बहुत ज्यादा भारीपन का एहसास होना। चलने में भारी दिक्कत
भारी थकावट
एनर्जी ना महसूस होना। थोड़ी ही मेहनत के बाद थकावट
पूरे दिन थकावट