Lumpy Skin Disease : प्रदेश के 32 जिलों में लम्पी स्किन डिजीज का कहर बढ़ता जा रहा है, लेकिन पशुपालन विभाग अभी तक संक्रमण को लेकर तत्परता नहीं बरत रहा है। गांवों में गोवंश काल का ग्रास बन रहे हैं। पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में अब तक साढ़े 9 लाख से अधिक पशु लम्पी की चपेट में आ गए हैं। वहीं 43 हजार के करीब पशुओं की मौत हो चुकी है। पशुपालन विभाग प्रदेश भर में वैक्सीनेशन का दावा कर रहा है, लेकिन 15 दिनों में मात्र साढ़े पांच लाख डोज लगाए गए हैं। वहीं विभाग द्वारा वैक्सीन के 28 लाख डोज का ऑर्डर दिया जा चुका है।
इधर, पशुपालन मंत्री कटारिया (Lalchand kataria) ने कहा कि संक्रमित जिलों की संख्या में कमी आई है। पशु मृत्युदर में भी गिरावट आई है। अलवर और भरतपुर के कुछ हिस्से में नया संक्रमण दिखा है, लेकिन जोधपुर और पश्चिमी राजस्थान के जिन जिलों से शुरुआत हुई थी, वहां अब केस पहले के मुकाबले 25% से भी कम रह गए हैं। अलवर और भरतपुर के साथ पूर्वी राजस्थान के जिलों में पिछले सप्ताह ही संक्रमण (Lumpy Skin Disease) की शुरुआत हुई है। हालांकि विभाग इसे लेकर ज्यादा विचलित नहीं है, क्योंकि पूर्वी राजस्थान में भैंस ज्यादा पाली जाती हैं और यह संक्रमण गो-वंश में ही ज्यादा हुआ है। फिलहाल उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ते इस संक्रमण ने पड़ोसी राज्य की चिंता बढ़ा दी है।