जयपुर। नये दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने वाली कंपनी के लिए बुरी खबर है। एनालिटिक्स इंडिया मैगज़ीन के द्वारा पेश की गई एक रिपोर्ट के अनुसार OpenAI के दिवालिया होने का खतरा लगातार बढ़ रहा है। इसके पीछे का कारण कंपनी का मुनाफा काफी कम है, जबकि खर्च ज्यादा होना बताया जा रहा है।
रिपोर्ट में दावा- आर्थिक समस्या से जूझ रहा OpenAI
OpenAI द्वारा ChatGPT ऐप को नवंबर 2022 लाया गया था। यह अबतक सबसे तेज ग्रोथ करने वाला ऐप बना हुआ है। हालांकि अब ये आर्थिक समस्या से जूझ रहा है। एनालिटिक्स इंडिया मैगज़ीन की रिपोर्ट की माने तो कंपनी साल 2024 के अंत तक दिवालिया हो जाएगी। इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि GPT पर ट्रेडमार्क के लिए आवेदन करने का OpenAI का फैसला आशंका पैदा कर रहा है, जिस कारण भविष्य में उपयोग के बंद होने की संभावना है।
यूजर्स की संख्या में आई बड़ी गिरावट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ChatGPT के यूजर बेस में हाल के दिनों में गिरावट देखने को मिली है। आकड़ो की माने तो जून की तुलना में जुलाई में ChatGPT के यूजर बेस में लगभग 12 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है। इस गिरावट के बाद यूजर्स की संख्या 1.7 अरब से घटकर 1.5 अरब यूजर्स रह गई है।
क्या माइक्रोसॉफ्ट के भरोसे चल रही कंपनी?
खबरों की माने तो OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा करीब 83,000 करोड़ रुपए (10 बिलियन डॉलर) का निवेश किया गया है। जिसके कारण ही OpenAI सर्वाइव कर रही है। कंपनी ने 2023 में अपना एनुअल रेवेन्यू 200 मिलियन डॉलर यानी करीब 1660 करोड़ रुपए होने की संभावना जताई है। OpenAI ने अपने लिए 2024 में रेवेन्यू का टारगेट लगभग 1 बिलियन डॉलर यानी करीब 8200 करोड़ करने की उम्मीद जताई है।