अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) ने बैंकरों को निशाना बनाए जाने के विरोध में देशव्यापी हड़ताल करने का ऐलान किया है। संघ ने कहा कहा है कि अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग तरीकों से बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों को निशाना बना कर मनमानी कार्रवाई की जा रही है।
AIBEA ने कहा, बैंकर्स पर हो रहा है हमला
एआईबीईए के महासचिव सी.एच. वेंकटचलम ने कहा है कि पिछले कुछ समय से एक निश्चित पैटर्न फॉलो करते हुए बैंकरों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने संघ के सदस्यों से कहा कि एक साजिश के तहत इन हमलों को अंजाम किया जा रहा है, इनमें एकरूपता है और हमें अपने आपको बचाने के लिए और जवाबी कार्रवाई के लिए हर पल तैयार रहना होगा।
उन्होंने कहा कि देश में मौजूद अधिकतर बैंकों में ट्रेड यूनियन के अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। सोनाली बैंक, एमयूएफजी बैंक, फेडरल बैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में AIBEA के बैंकर्स को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और बहुत से अन्य कर्मचारियों की छंटनी की गई है। इसी तरह केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और आईडीबीआई बैंक जैसे कई वित्तीय संस्थान अपनी बैंकिंग गतिविधियों के लिए आउटसोर्सिंग का सहारा ले रहे हैं जिसके चलते बैंक कर्मियों के हितों को सीधा नुकसान हो रहा है।
वेंकटचलम ने जानकारी देते हुए कहा कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में भी अंधाधुंध ट्रांसफर का दौर चल रहा है। करीब 3300 से अधिक कर्मचारियों को समझौतों का उल्लंघन करते हुए एक से दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया है। इन सभी के विरोध में संघ 19 अक्टूबर को देशव्यापी हड़ताल आय़ोजित कर रहा है। उन्होंने सभी बैंक कर्मचारियों से भी हड़ताल में शामिल होने की अपील की है।